भारत को त्यौहारों का देश कहा जाता हैं क्योंकि त्यौहार हर भारतीयों का आस्था से जुड़ीं है। हमे अपने रिश्तेदारों, अजीजो और मित्रों (चाहे हो किसी धर्म का हो) को उनके त्यौहारों पर बधाई, मुबारकबाद जरूर देनी चाहिए। खासकर उस वक्त जब दो धर्मो के बीच नफ़रत अपनी बुलंदियों पर हों।
कुछ लोगों को लगता है यह बधाई, शुभकामनाए या मुबारकबाद देना ड्रामेबाजी क्यू, आखिर हम फालतू की चीज़ों में क्यू पड़े। सिर्फ एक मात्र फॉर्मेलिटी समझते हैं। ऐसे हालात है कि लोग हतोत्साहित हैं,लोगो के धंधे बंद है,एक दूसरे में मिलना जुलना बन्द है। ऐसे हालात में एक त्यौहार ही है जो खुशियां लेकर आती हैं। इन त्योहारों में आपका एक शुभकामनाए मैसेज चेहरे पर मुस्कान ला सकती है।
आप सबसे अनुरोध है जब तक सामान्य दिन ना आ जाए,जब तक धर्मो वाली नफरतें कम नहीं हो जाती,आपस में एक दूसरे के त्योहारों में खूब बधाई दीजिए। जिंदादिली बनिए नफरतें कम कीजिए और दिल खोल कर मुबारकबाद दीजिए।
आप सब को मेरी ओर से बकरीद और आने वाली रक्षाबंधन की अग्रिम बधाई।