हमारे गढ़वा जैसे छोटे शहर मे सड़क दुर्घटना चरम सीमा पर हैं। अब शहर में सबसे ज्यादा लोगों की मौते किसी बीमारी के बजाय, सड़क हादसों में हो रही है। हमारे शहर मे जर्जर सड़क और वाहनों की रोज बढ़ती संख्या जिसके कारण आए दिन रोज सड़क दुर्घटना की खबर सुनने को मिलती हैं। मृत्यु के इस खेल में हम अपने लोगो को समय से पहले ही खो दे रहे हैं।
हम सब नागरिकों की नैतिक जिम्मेदारी समझ सड़क सुरक्षा के नियमों की पालना कर के सड़क दुर्घटनाओ से बचा जा सकता हैं।
सड़क पर होने वाली ऐसी दुर्घटनाओं का मुख्य कारण लोगों द्वारा सड़क यातायात नियमों की अनदेखी करना है। तेज़ गति में गाडी चलाना , हेलमेट न पहनना, सीट बेल्ट न लगाना, नशे में ड्राइविंग और गलत दिशा में गाड़ी चलाना आदि दुर्घटनाओं की मुख्य कारण है।
सड़क सुरक्षा के लिए यातायात नियमों की पालना करें तभी सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। सड़क दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा शिकार युवा वर्ग होता है। सड़क दुर्घटना को किस्मत नहीं माना जा सकता सड़क दुर्घटना को रोकना तो हमारे हाथ में हैं। इसके लिए सड़क पर चलने के कुछ नियम हों जैसे गति सीमा , सीट बेल्ट बांधना , ड्राइविंग के समय मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल ना करना , हेलमेट पहनना , नशे में ड्राइविंग ना करना जैसे और भी कई नियम बनाये जाएं बल्कि इन सभी का कड़ाई से पालन भी करवाया जाए। मैं जिला प्रशासन से भी अनुरोध करता हूँ की इससे बचने के लिए जागरुकता अभियान चलवाये, सेफ्टी नॉम्स फॉलो करवाये , यातायात नियमो का सख्ती से पालन करवाये,नशे में वाहन चलाने पर लाइसेंस रद्द किया जाए।