आईईएल। गोमिया प्रखंड कार्यालय के सभागार में प्रखंड कृषि विभाग द्वारा मंगलवार को किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस एक दिवसीय गोष्ठी में प्रखंड विकास पदाधिकारी महादेव कुमार महतो,बीपीओ मनोहर दास आदि उपस्थित थे। इस गोष्ठी में उपस्थित जेएसएलपीएस के सदस्यों एवं कृषक मित्रों को बीडीओ महादेव कुमार महतो ने बताया कि ड्रिप कृषि सिंचाई की उन्नत विधि है और इसके प्रयोग से सिंचाई जल की पर्याप्त बचत की जा सकती है। यह विधि मृदा के प्रकार, खेत के ढाल, जल के स्रोत और किसान की दक्षता के अनुसार अधिकतर फसलों के लिए अपनाई जा सकती है। ड्रिप विधि की सिंचाई दक्षता लगभग 80-90 प्रतिशत होती है. फसलों के पैदावार बढ़ने के साथ साथ इस विधि से उपज की उच्च गुणवत्ता, रसायन एवं उर्वरकों का दक्ष उपयोग, जल के विक्षलन एवं अप्रवाह में कमी, खरपतवारों में कमी और जल की बचत सुनिश्चित की जा सकती है। कहा कि जिन क्षेत्रों में भूमि को समतल करना महंगा और कठिन या असंभव हो,उन क्षेत्रों में व्यवसायिक फसलों को सफलता पूर्वक उगाने के लिए ड्रिप सिंचाई तकनीक सर्वाधिक उपयुक्त है। इसी प्रकार सब्जी में भी ड्रिप पद्धति सबसे अग्रणी और आधुनिक सिंचाई पद्धति है,क्योंकि यह न सिर्फ पानी की बचत करता है,बल्कि पानी एवं पोशाक तत्वों को फसल की जड़ में एक समान भेजती है. जो फसल को बढ़ने में मदद करता है और उसका बेहतर उत्पादन सुनिश्चित करता है। मौके पर जेएसपीएलएस के राहुल रंजन पांडेय, कृषि विभाग के बबलू सिंह, रोजगार सेवक विनय गुरु, शिव शंकर रविदास, कपिलदेव रविदास, सुनीता देवी, पूनम देवी, सुंदरी देवी, कविता देवी सहित कई कृषक मित्र उपस्थित थे।