गैस्ट्रोएन्टेराइटिस, जिसे आमतौर पर "स्टमक फ्लू" के रूप में जाना जाता है, एक सामान्य पाचन तंत्र की समस्या है जिसमें पेट और आंतों में सूजन होती है। यह स्थिति अक्सर वायरस, बैक्टीरिया या परजीवियों के संक्रमण के कारण होती है। इसके प्रमुख लक्षणों में दस्त, उल्टी, पेट दर्द, मिचली, बुखार और कमजोरी शामिल हैं। हालांकि गैस्ट्रोएन्टेराइटिस आमतौर पर कुछ दिनों के भीतर ठीक हो जाता है, सही उपचार और देखभाल से जल्द राहत मिल सकती है। यहां पर हम कुछ प्रमुख उपचार और देखभाल के तरीकों की चर्चा करेंगे:
1- तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएं
गैस्ट्रोएन्टेराइटिस का सबसे आम और खतरनाक लक्षण डिहाइड्रेशन (निर्जलीकरण) है, क्योंकि दस्त और उल्टी के कारण शरीर से बहुत सारे तरल पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। इसलिए, यह जरूरी है कि आप शरीर में तरल की कमी न होने दें। इसके लिए:
ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) का सेवन करें, यह शरीर में खोए हुए इलेक्ट्रोलाइट्स और पानी की पूर्ति करता है।
नारियल पानी और फलों के रस भी फायदेमंद होते हैं।
साफ पानी, सूप या हल्की हर्बल चाय पीने से भी फायदा होता है।
2- हल्का और पोषक भोजन लें
गैस्ट्रोएन्टेराइटिस के दौरान पाचन तंत्र को राहत देने के लिए हल्का और सुपाच्य भोजन करना जरूरी है। कुछ भोजन जो इस स्थिति में उपयोगी होते हैं:
ब्रैट डाइट: इसमें केला (Bananas), चावल (Rice), सेब की चटनी (Applesauce), और टोस्ट (Toast) शामिल होते हैं। यह भोजन हल्का होता है और पाचन के लिए आसान होता है।
दलिया, साबूदाना, और उबले हुए आलू भी खाने में हल्के होते हैं और पाचन तंत्र को आराम देते हैं।
चिकन सूप या वेजिटेबल सूप से शरीर को पोषण मिलता है और यह तरल की कमी को भी पूरा करता है।
3- प्रोबायोटिक्स लें
प्रोबायोटिक्स स्वस्थ बैक्टीरिया होते हैं जो पाचन तंत्र में संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। प्रोबायोटिक्स युक्त खाद्य पदार्थ जैसे:
दही (विशेषकर बिना शक्कर वाला)।
प्रोबायोटिक्स सप्लीमेंट्स लेने से भी पेट के अच्छे बैक्टीरिया का संतुलन बहाल हो सकता है, जिससे तेजी से रिकवरी होती है।
4- दवाएं
यदि गैस्ट्रोएन्टेराइटिस के लक्षण गंभीर हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक होता है। वे आपको उचित दवाएं दे सकते हैं:
5- आराम और विश्राम
गैस्ट्रोएन्टेराइटिस से पीड़ित होने पर शरीर को पूरा आराम देना आवश्यक है। शरीर की ताकत लौटने के लिए पर्याप्त नींद और शारीरिक आराम जरूरी है। अधिक शारीरिक गतिविधि से बचें जब तक कि आप पूरी तरह से स्वस्थ न हो जाएं।
6- संक्रमण से बचाव
गैस्ट्रोएन्टेराइटिस को फैलने से रोकने के लिए सावधानियाँ बरतना आवश्यक है:
अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से धोएं।
खाने से पहले और टॉयलेट के बाद हाथ धोना आवश्यक है।
दूषित पानी या अस्वास्थ्यकर भोजन से बचें, खासकर यात्रा के दौरान।
व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से बचें।
7- डॉक्टर से कब संपर्क करें?
अगर निम्नलिखित लक्षणों में से कोई भी दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
लगातार उल्टी या दस्त जो 2-3 दिनों से अधिक समय तक रहे।
गंभीर पेट दर्द।
खून के साथ दस्त।
अत्यधिक कमजोरी या भ्रम की स्थिति।
शरीर में अत्यधिक डिहाइड्रेशन (जैसे सूखी त्वचा, कम पेशाब, चक्कर आना) के लक्षण।
निष्कर्ष
गैस्ट्रोएन्टेराइटिस के लिए सबसे अच्छा उपचार तरल पदार्थों का सही संतुलन, हल्का भोजन, प्रोबायोटिक्स का सेवन और पर्याप्त आराम है। सही समय पर चिकित्सा परामर्श लेना भी आवश्यक है, खासकर जब लक्षण गंभीर हों। यदि आप स्वच्छता का ध्यान रखते हैं और संक्रमण से बचने के लिए आवश्यक सावधानियाँ अपनाते हैं, तो गैस्ट्रोएन्टेराइटिस से बचना संभव है।
स्वास्थ्य का ध्यान रखना और जल्दी उपचार करवाना इस स्थिति से जल्द छुटकारा पाने में मदद करेगा।
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