दिल्ली। विपुल जैन
इंडियन अमेरिकन बिजनेस काउंसिल (आईएबीसी) ने प्रमुख सामुदायिक संगठनों के साथ मिलकर महात्मा गांधी की जयंती के उपलक्ष्य में शिकागो में एक औपचारिक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमे पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल डॉ किरण बेदी की पुस्तक फियरलेस गवर्नेंस का आधिकारिक विमोचन किया।
आईएबीसी के अध्यक्ष अजीत सिंह और विनेश विरानी के नेतृत्व में इस कार्यक्रम की मेजबानी की गई। भारतीय अमेरिकी व्यापार परिषद के अध्यक्ष अजीत सिंह ने सभा का स्वागत किया और डॉ किरण बेदी को एक उत्कृष्ट प्रतिष्ठित प्रबंधक के रूप में वर्णित किया, जिन्होंने पुलिस विभागों की संरचनात्मक नींव में व्यापक सार्थक सुधारों की शुरुआत और शुरुआत करके यथास्थिति को बदलाव की चुनौती दी। उत्साह और सम्मान से भरपूर इस समारोह में भारत के केंद्र शाषित राज्य पुडुचेरी की उपराज्यपाल डॉ किरण बेदी और भारतीय पुलिस सेवा के सर्वोच्च अधिकारी रैंक में शामिल होने वाली भारत की पहली महिला को सम्मानित किया। इस अवसर पर अमेरिकी कांग्रेसी के प्रतिनिधि राजा कृष्णमूर्ति, डॉ भरत बरई, डॉ श्रीनिवास रेड्डी और भारतीय कौंसलावास से कौंसुल रंजीत सिंह, फेडरेशन ऑफ़ इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश मल्होत्रा सहित शिकागो के प्रमुख समुदाय के लोगों ने भाग लिया। आर्ट ऑफ लिविंग की विनेश विरानी ने अपनी संक्षिप्त टिप्पणी में डॉ किरण बेदी को उनके निडर नेतृत्व के प्रकरणों पर बधाई दी और उन्हें आश्वासन दिया कि शिकागो समुदाय सुधार लाने के लिए उनकी खोज में हमेशा सहयोग के लिए तैयार है। डॉ भरत बरई ने भारत के स्वंतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी की भूमिका के बारे में गहराई से बताया। डॉ बरई ने कुछ उल्लेखनीय उपाख्यानों को रेखांकित किया, जिन्होंने महात्मा गांधी के जीवन पर प्रकाश डाला और भारत वापिस लौट कर उन्होंने भारत के स्वंतंत्रता के लिए आजीवन कार्य किया। फियरलेस गवर्नेंस पुस्तक का अनावरण करते हुए डॉ किरण बेदी ने उस प्रेरणा को व्यापक रूप से रेखांकित किया, जिसने उन्हें लेफ्टिनेंट गवर्नर के रूप में अध्यक्षता करने में उनकी शानदार भूमिका और 4 दशकों में भारत में पुलिस विभाग का नेतृत्व करने वाली उनकी प्रतिष्ठित भूमिका को याद करने के लिए प्रेरित किया। उनकी पुस्तक फियरलेस गवर्नेंस सुशासन के मूल सिद्धांतों पर उनके दृष्टिकोण और सुशासन की क्षमता को समाहित करती है।डॉ किरण बेदी ने फियरलेस गवर्नेंस पुस्तक को सारांशित करते हुए कहा कि मैं लंबे समय से निर्भयता से प्रशासन का नेतृत्व जनहित के लिए करती हूँ। उत्तरदायी और कुशल शासन के मूल सिद्धांतों के प्रति ईमानदारी और समर्पण के साथ प्रजातंत्र के मूलभूत उद्देश्यों पर ध्यान केंद्रित करती रही हूँ। उन्होंने अपने जीवन के हर कदम पर अनेक चुनौतियों का सामना उन्होने दृढ़ संकल्प, विश्वास और अडिग संकल्प के साथ किया। इस अवसर पर बोलते हुए डॉ किरण बेदी ने सभी प्रवासी भारतीयों से महात्मा गाँधी के आदर्शो पर चलने की जरुरत पर बल दिया और साथ ही युवा पीढ़ी को महात्मा गाँधी पर बनी फिल्म गाँधी दिखाने का आग्रह किया। एफआईए शिकागो के अध्यक्ष राकेश मल्होत्रा ने सम्मान में लिखी गई एक विशेष कविता किरण प्रस्तुत की और कविता पढ़ी जिसे डॉ किरण बेदी सहित सभी उपस्थित अतिथियों ने बहुत सराहा। इस अवसर पर राकेश मल्होत्रा ने भारतीय अमेरिकी व्यापार परिषद से हर वर्ष दो अक्टूबर प्रेरणा दिवस के रूप में मनाने का आग्रह किया। रंग बदलो क्षितिज का अंधकार को दो चुनौती, जोड़कर किरण-किरण एक सूरज उगाओ तो सही, ना हो भयभीत तुम ना विचलित चित को अपने करो,
कर्तव्य पथ पर अर्जुन बनकर तीर एक चलाओ तो सही। आईएबीसी प्रमुख कीर्ति कुमार रावूरी ने अपनी परिचयात्मक टिप्पणी में फियरलेस गवर्नेंस पुस्तक को सरकारी सिविल सेवा के पाठ्यक्रम में शामिल करने की वकालत की। ऋचा चंद ने इस कार्यक्रम का संचालन किया। समारोह का आयोजन आर्ट ऑफ लिविंग, नेशनल इंडिया हब, इलिनोइस क्रिकेट एसोसिएशन, वीएचपीए, हिंदू महिला नेटवर्क और शिकागो के भारतीय वरिष्ठ नागरिकों के साथ साझेदारी में किया गया था। श्वेता बैद, एल्डरवुमन, सिटी ऑफ़ ऑरोरा, नाग जायसवाल, मुरुगेश कासिलिंगम, विनीता गुलाबानी, निक वर्मा, सुब्बू अय्यर, मुरुगेश कासिलिंगम, सतीश दादापोगु और युवा अशंख और अनी सिंह सहित कई समुदाय के नेता उपस्थित थे।