पलामू प्रमंडल स्थित नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के द्वारा लगातार छात्रों के भविष्य का हनन किया जा रहा है, वर्तमान में विश्वविद्यालय में दिन ब दिन बिगड़ते शैक्षणिक माहौल से छात्र परेशान हैं।
नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए अब तो उनका प्रथम कर्तव्य आंदोलन करना हो गया है । कभी नामांकन तो कभी परीक्षा तो कभी प्राचार्य कि कमी या कभी शिक्षकों कि कमी के कारण छात्रों को धरना प्रदर्शन और अधिकारियों का घेराव करना पड़ता है, उसके बाद भी उनके समस्याओं का समाधान नहीं होता हैं,आलम तो यह है कि नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय में दिन ब दिन शैक्षणिक माहौल बद से बदतर होते जा रहे हैं।
नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय ने छात्रों को प्रमोट करने का आदेश तो 04/10/2021 को जारी कर दिया है लेकिन अभी तक सत्र 2019-2022 के छात्रों का परीक्षाफल घोषित करने में असफल रही है नोटिस जारी करने के चार महीनों के बाद भी परीक्षाफल घोषित नहीं करना विश्वविद्यालय के रवैये को दर्शाता है।
वहीं अभाविप मनिका के द्वारा दिए गए ज्ञापन ABVP/1 में इस बात का जिक्र किया गया था कि डिग्री महाविद्यालय मनिका में विज्ञान के शिक्षक कि कमी होने के कारण विज्ञान कि पढ़ाई महाविद्यालय में बाधित है इसके बावजूद महाविद्यालय में अभी तक विज्ञान के शिक्षक कि बहाली नहीं हो सकी है , विश्वविद्यालय डिग्री महाविद्यालय मनिका के साथ सौतेला व्यवहार करते आया है इससे पहले भी पूर्व प्राचार्य डॉ महेंद्र राम के सेवानिवृत होने बाद विश्वविद्यालय ने ऐसे शिक्षक को प्राचार्य बनाया था जो कि अपने सेवा देने के बाद महज दो दिन ही कॉलेज आए थे, जिसके बाद अभाविप मनिका के द्वारा लगातार आवाज उठाया गया जिसके फलस्वरूप महाविद्यालय में नए प्राचार्य कि नियुक्ति हो सकी थी ।
अगर 15 फ़रवरी 2022 तक परीक्षाफल घोषित नहीं कि गई और डिग्री महाविद्यालय मनिका में विज्ञान के शिक्षक कि बहाली नहीं होती है तो अभाविप मनिका महाविद्यालय में धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होगी ।