लातेहार ज़िले के मनिका प्रखंड में स्थापित जिले का एकमात्र सरकारी डिग्री कॉलेज प्रशासनिक अनदेखी के कारण अपनी बदहाली पर आँसू बहा रहा है। जिले के इकलौते डिग्री कॉलेज के खुलने के बाद स्थानीय गरीब बच्चों में आशा जगी थी कि उच्च शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। परन्तु आज डिग्री कॉलेज का हाल बेहाल है।
डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुरेश प्रसाद की नियुक्ति 6 माह पूर्व हुई थी। मिली जानकारी के अनुसार नियुक्ति के बाद मात्र प्राचार्य सिर्फ तीन दिन कॉलेज आये हैं। कॉलेज में प्राचार्य के नही आने से छात्रों और प्राध्यापकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
छात्रों ने प्रिंसीपल के कॉलेज नहीं आने की शिकायत नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय के कुलपति, स्थानीय विधायक रामचन्द्र सिंह, प्रमंडलीय आयुक्त डॉ जटाशंकर चौधरी, डीसी लातेहार के साथ साथ मुख्यमंत्री को ट्विटर पर की। परन्तु छात्रों की समस्या का किसी ने संज्ञान नहीं लिया।
हाल यह है कि प्राचार्य के अनुपस्थिति रहने के बाद किसी भी शिक्षक को प्रभार नहीं दिया गया। इस कारण रूटीन कार्यों के लिए भी छात्रों को महीनों चक्कर लगाना पड़ रहा है।
*प्राध्यापक की कमी से शिक्षण प्रभावित ।*
कॉलेज में दो हजार से अधिक छात्र विभिन्न संकायों में नामांकित हैं। वहीं कॉलेज में इन छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षकों की संख्या भी नहीं के बराबर है। कॉलेज में कॉमर्स संकाय में एकमात्र शिक्षक डॉ डीके वर्मा, हिंदी में डॉ राजेश प्रसाद, राजनीति शास्त्र में डॉ बसंत प्रसाद, इतिहास में प्रो पंकज मनी, समाजशास्त्र में प्रो मनीष कु तिवारी, दर्शनशास्त्र में प्रो उमेश रविदास और अंग्रेजी में प्रो पृथ्वीराज हैं।
बताते चलें कि प्राचार्य के नही रहने से सभी अनुबंध प्राध्यापकों का मानदेय भी महीनों से लंबित पड़ा है।
*क्या कहते हैं पूर्व विधायक*
पूर्व विधायक हरिकृष्ण सिंह ने कहा कि एड़ी चोटी एक कर डिग्री कॉलेज को सभी प्रशासनिक अधिकारियों के सहयोग से अस्तित्व में लाया। उन्होंने कहा कि कॉलेज की दशा को ले कर कुलपति से मिले और प्राचार्य की नियुक्ति की मांग की। चिंता होती है कि आज महाविद्यालय व्यवस्था चरमराने लगी है। उन्होंने कहा कि कॉलेज को व्यवस्थित करने को लेकर लातेहार डीसी से मिले परन्तु फलाफल शून्य रहा।