*माता -पिता ने दिया एक संदेश बेटी के नाम* सनशाइन ऑफ इंडिया द्वारा अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया l इस कार्यक्रम का आयोजन श्रीमती रेखा हिसार प्रबंधक सनशाइन ऑफ इंडिया ने किया l इस कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों की महिलाओं के साथ उसने भी भाग लिया l उत्सव का नाम रखा गया एक संदेश बेटी के नाम जिसमें माता और पिता ने जो संदेश अपनी बेटी को लिखे थे वही संदेश उनके सर्टिफिकेट पर लिखे गए ताकि उनकी बेटियां उनके संदेशों को समझ सके उनके मन के भावों को पढ़ सके जान सके कि माता पिता अपने रुतबे और जान से क्या चाहते हैं क्योंकि बेटियां दो परिवारों की शान ही नहीं बल्कि देश की शान भी होती है किसी ने राजस्थानी में लिखा तो किसी ने पंजाबी में किसी ने अंग्रेजी में तो किसी ने हिंदी भाषा में पर सबके संदेशों में अपने बच्चे अपनी प्यारी बिटिया के प्रति असीम स्नेह छिपा हुआ था मां ने अपनी अपनी बेटी को जो संदेश दिए वह इस प्रकार हैं:- जन्म तो मैने बेटी को दियो थो जिम्मेदारी ने कब इसे बेटा बना दियो टूटी फूटी मीनार को कद और किया सवार दियो भनक भी ना पड़ी दिवारा न भगवान असी बेटी सबको दे थारी मां बीना ————– एह bhaidi दुनिया औंदी ऐ putt खां नु के छंगा महदा बड़ा मिलुगा कोई खड़े न खड़े नी नाल तेरे माँ तेरी khadi मिलुगी तुम्हारी माँ श्रुती ———- मेरी लाडो मेरा अभिमान है ,मेरी आन बान और शान है । मेरी जिंदगी में उसका आना परमात्मा का एक वरदान है। लाडो तू मेरे सिर का ताज है, मेरा कल और आज है ।एक मीठी सी मुस्कान है , मेरा मान और सम्मान है । तुम्हारी प्यारी मां। सविता। —– हृदयांशी शिप्रा, बेटियों से बड़ा ना कोई खजाना, बेटी ईश्वर की सबसे सुंदर रचना , तू है मेरे जीवन की सबसे अनमोल कमाई, तू ही है मेरे चेहरे की मुस्कान,तू ही मेरे घर का उजाला,तू ही मेरा आत्मसम्मान। अगले जनम मोहे बिटिया ही कीजो,अगले जनम मोहे बिटिया ही दीजो प्रभु🙏 तुम्हारी प्यारी माँ पार्वती रॉय ——— मेरी बेटी , मेरीअद्भुत शक्ति है, ईश्वर का दिया हुआ एक नायाब तोहफ़ा है , पिछले जन्म के अच्छे कर्मों का फल है 🙏🏼 जब – जब मैं जीवन में निराश हुई तूने आशा का संचार किया , विपत्ति के समय तू ढाल बनकर मेरे साथ खड़ी रही , मुझे हर समय प्रतीत होता है कि तू पूर्व जन्म में ज़रूर मेरी माँ रही होगी | तुम्हारी मां देवकन्या शर्मा ————- माँ की परछाई और पिता का ख्वाब हो तुम, काँटों के बिच खिलता हुआ गुलाब हो तुम, तुम सिर्फ बेटी नहीं अपने माता पिता की जान हो तुम। तुम्हारी मां सीमा तनेजा इस तरह सभी के मैसेज से अपने बच्चे के प्रति असीम स्नेह झलक रहा था पिता ने भी अपनी पुत्री के लिए संदेश छोड़े थे विभिन्न राज्यों से लगभग 50 प्रतिभागियों ने इस उत्सव में भाग लिया |सनशाइन ऑफ इंडिया द्वारा उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया| कार्यक्रम की सफलता पर सभी ने एक दूसरे को बधाई दी श्रीमती रेखा हिसार प्रबंधक सनशाइन ऑफ इंडिया ने ऑफ इंडिया ने श्रीमती प्रतिभा व श्रीमती तृप्ति शर्मा कार्यक्रम की सफलता में किए गए सहयोग की सराहना की |