जल जंगल जमीन की रक्षा एवं संघर्ष के संकल्प के साथ रैयत विस्थापित मोर्चा का ऐतिहासिक 11वां स्थापना दिवस हर्षोउल्लास के साथ हुआ संपन्न।
विस्थापितों के हक अधिकार एवं मांगो से संबंधित 17 प्रस्ताव स्थापना दिवस में किये गए पारित।
पिपरवार।रैयत विस्थापित मोर्चा का 11वां स्थापना दिवस मासीलोंग मगध,संघमित्रा सीसीएल मैदान में ऐतिहासिक रूप से संपन्न हुई इस पर रैयत विस्थापित मोर्चा के पिपरवार क्षेत्रीय अध्यक्ष इक़बाल हुसैन ने मोर्चा से जुड़े हुवे लोगों एवं कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि मोर्चा का 11वां स्थापना दिवस ऐतिहासिक बनाने में मोर्चा के हर एक सिपाही ने तन मन धन के साथ अपनी अग्रणी भूमिका निभाई।ख़ास तौर पे सीएचपी शाखा समिति, अशोका पूर्वी एवं पश्चिमी शाखा समिति,चुरी शाखा समिति एवं राजधर रेलवे साइडिंग शाखा समिति के अध्यक्ष एवं सचिव के नेतृत्व में लगभग हजारों हजार की संख्या में विस्थापित प्रभावित ग्रामीणों का जत्था दो चकिया एवं चार चकिया वाहनों से आयोजन में भाग लिये। 11 वां स्थापना दिवस कार्यक्रम में कनोदा-बहेरा के फ़हीम राजा उर्फ़ डायमंड एवं मंगरदहा के राम सिंह ने अपने समर्थकों के साथ शामिल हुए और केंद्रीय अध्यक्ष की मौजूदगी में मोर्चा का दामन थामा।इससे पूर्व मोर्चा के लोगों ने बचरा 4 नंबर स्थित शहीद कृष्णा महतो,सरदार वल्लभ भाई पटेल एवं संविधान निर्माता डॉ. भीम राव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रधांजलि अर्पित की गई और फलदार वृक्ष के पौधरोपण किया गया और जोरदार नारों के साथ बचरा से चिरैयाटांड- कल्याणपुर होते हुए विस्थापित महिला पुरुष ग्रामीणों का जत्था रैली की शक्ल में आक्रोशपूर्ण तरिके से नारेबाजी करते हुए,ढोल नगाड़े और डीजे. के साथ आयोजन स्थल तक आक्रशक रूप से पहुंचे।
कार्यक्रम में विशेष रूप से विस्थापित युवाओं ने भाग लेकर चटानी एकता का परिचय दिया।मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष इक़बाल हुसैन ने कहा कि कार्यकर्ताओं का आपसी हौसला हिम्मत के साथ जो सेड्युल तय हुआ था उसके मुताबिक सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता सक्रिय भूमिका अदा करते हुए आयोजन को सफल बनाये हैं।आयोजन को सफल बनाने में मुख्य रूप से रामचंद्र उरांव,जेपी महाराज,मो.जुल्फ़ान,महेंद्र कुमार गंझू, अर्जुन गंझू सुरेश महतो जितेंद्र राम बसंत नारायण महतो,नागेश्वर महतो, हरीनारायन गंझू राजेंद्र गंझू कृष्णा यादव,विजय महतो,सूरज मुंडा, विरु मुंडा,देवनाथ महतो,इदरिश अंसारी,रामबालक गंझू,रचित गंझू,सोमर गंझू,प्रेम ठाकुर,राजेश गंझू, राजकुमार गंझू,धनराज भोक्ता,धनेश्वर गंझू,रामकुमार उरांव,विजय गंझू,सहदेव उरांव,रामशिष उरांव,विश्राम टाना भगत,रितेश टाना भगत,दिरपाल टाना भगत इंद्रजीत उरांव,राहुल राम,निरज राम,सलीम जावेद,मो.इरफ़ान,बिनोद महतो, सन्नी सिंह,अनूप उरांव,मुनेश मुंडा अनिल ठाकुर अमर महतो,राजेश महतो सुरेश महतो मनीता देवी,बिलासो देवी मुन्नी देवी,गुड़िया देवी,सुनीता देवी,सुग्गा देवी, फोगनि देवी समेत तमाम लोगों का महत्वपूर्ण भूमिका रहा।