पिपरवार।बुंडू श्रावण माह के अंतिम सोमवारी में शारीरिक दूरी को ध्यान में रखते हुए शिव भक्तों द्वारा बुंडू के प्राचीन शिव मंदिर बाबा नर्मदेश्वर शिवलिंग पर शिव गंगे उदगम स्थल कोंती से जल उठाकर संकल्प कराते हुए 11 किलो मीटर खाली पांव पैदल चलकर महिलाओं तथा पुरुषो एवं बच्चों ने भगवान भोलेनाथ शिव पर जल अभिषेक किया। यह पैदल यात्रा का कार्यक्रम कई वर्षों से चला आ रहा है। श्रावण माह आते ही इस क्षेत्र के लोगों में खुशियों का लहर आ जाता है और श्रावण भर जल चढ़ाने का शीलशीला चलते रहता है। बताते चलें कि यहां के शिव मंदिर सौ साल से भी अधिक पुरानी है साथ ही इस मंदिर में शिवलिंग एवं बाबा नन्दी प्राकृतिक स्वरूप में विराजमान हैं।नन्दी बाबा भक्तों के लिए आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं इनका शारीरिक आकार दिन प्रति दिन बढ़ता हुवा दिखाई पड़ता रहा है जिससे आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है जिसे देखने के लिए दूर- दूर से लोग आते है।यह मंदिर श्रद्धा शक्तिपीठ के रूप मे भी माना जाता है। इस मंदिर में कोई भी व्यक्ति अपनी मनोकामना मांगने के लिए आते हैं तो उनकी मनोकामनाएं भगवान शिव अवश्य पूर्ण करते है। यहां के मंदिर तीन जिलों का हजारीबाग, चतरा एवं राँची के संगम क्षेत्र माना जाता है। यह मंदिर केरेडारी प्रखण्ड मुख्यालय से 25 किलो मीटर, टंडवा प्रखण्ड मुख्यालय से 30 किलो मीटर तथा बचरा नगर पंचायत से 10 किलो मीटर दूर सुदूर ग्रामीण क्षेत्र बुंडू में स्थापित हैं। आज श्रावण सोमवारी के पावन दिन पर कोविड़ काल को ध्यान मे रखते हुए क्षेत्र के श्रद्धालु भक्तगण- अर्जुन प्रजापति, डॉo नागेश्वर साव, लक्ष्मण साव, समाजसेवी जितेन्द्र साव, डॉo बिनोद शर्मा,मदन साव,रवि कुमार, राजेश कुमार साव, राजू साव, परमेश्वर गांझू , राजेश कुमार,लक्ष्मण यादव, ओमनाथ साव, जागेश्वर यादव, किरू साव,गणेश कुमार, सूरज कुमार, रंजन कुमार, रंजीत कुमार, कुणाल शर्मा,नीलेश,चंद्रदीप, मीनाक्षी देवी, सविता देवी, रंगीला देवी, सुनिता देवी, बिंदु देवी, सविता देवी, गीता देवी, लक्ष्मी कुमारी, आर्या भारती,रानी कुमारी, शिम्पी कुमारी, रंजना कुमारी, सरिता देवी, ज्योति कुमारी, पूनम,सुमन, शोभा,अंजली,पूजा, आलका, छाया कुमारी, ललिता देवी इत्यादि जल कवर यात्रा में शामिल होकर भगवन शिव भोले पर जल चढ़ाएं।