हज़ारी ( गोमिया) : गोमिया प्रखंड अंतर्गत स्वांग उत्तरी पंचायत के गांधीग्राम गुलगुलिया धोरा के अधिकतर लोग अपना जीवन यापन भीख मांग कर करते हैं। यह सभी लोग समाज के मुख्यधारा से अलग हैं। इन लोगों के बच्चों का भविष्य अधर में लटका हुआ है। यह लोग अपने साथ अपने बच्चों को भी भीख मांगने के लिए ले जाते हैं। इन परिस्थितियों के बीच वर्ष 2016-17 में गांधीग्राम के 6 बच्चों का नामांकन निशुल्क स्वांग डीएवी स्कूल के जूनियर विंग में कराया गया था। जो कि तत्कालीन स्वांग कोलियरी के पीओ बासेफ चौधरी एवं स्वांग दक्षिणी पंचायत के मुखिया धनंजय सिंह के अनुरोध पर डीएवी स्कूल स्वांग के प्राचार्य ने किया था। इन छह बच्चों के पठन-पाठन की सामग्री,पोशाक व अन्य खर्च तत्कालीन पीओ बासेफ चौधरी द्वारा दिया जाता था। बासेफ चौधरी के स्थानांतरण होने के बाद इन बच्चों के बीच पठन-पाठन की समस्या आ गई है। इस संदर्भ में स्वांग दक्षिणी पंचायत के निवर्तमान मुखिया धनंजय सिंह ने बताया कि तत्कालीन स्वांग पीओ बासेफ चौधरी एवं मेरे प्रयास से गांधीग्राम के 6 बच्चों को डीएवी स्कूल स्वांग के जूनियर विंग में निशुल्क नामांकन करवाया गया था। फिलहाल इन बच्चों को पठन-पाठन की सामग्री एवं पोशाक उपलब्ध नहीं कराया जा सका है। वहीं स्कूल प्रबंधन द्वारा फीस की भी मांग की जा रही है। इन्होंने डीएवी स्कूल स्वांग के प्रबंधन से आग्रह किया है कि इन बच्चों को दसवीं कक्षा तक निशुल्क पढ़ने दिया जाए, ताकि यह बच्चे पढ़ लिख कर ऊंचे पद पर जा सके और एक नया आयाम गढ़ सके। कल तक जो बच्चे भीख मांग कर अपना पेट भरते थे, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पाकर अपने समाज को शिक्षा के प्रति जागरूक करने का काम करेंगे।