गोमिया। गोमिया प्रखंड अंतर्गत अति सुदूरवर्ती चतरोचट्टी की एक विधवा सावित्री देवी का मिट्टी के घर का दूसरा जर्जर हिस्सा भी अंदर से भरभरा कर गिरने लगा, आवाज सुनकर विधवा समेत घर में खाना खा रहे मौजूद सभी पांच लोग घर गिरने के डर से जान बचाकर निकल भागे। इतने में घर के अंदर का कुछ हिस्सा गिर पड़ा और घर के दीवारों में बड़ी बड़ी दरारें आ गई। घर की स्थिति काफी दयनीय हो गई है घर कभी भी ध्वस्त हो सकता है, भय से घर का कोई सदस्य अंदर नहीं घुस रहा है।
घर का सारा सामान ग्रामीणों के मदद से बाहर निकाला गया जो अब तक पड़ा है। वहीं विधवा के पास बारिश का मौसम में सर छिपाने का दूसरा कोई विकल्प मौजूद नहीं है, गांव में किराए का मकान भीतलाशी गई परंतु नहीं मिल रहा। विधवा सावित्री देवी पूरी तरह परेशान है। विधवा ने बताया कि तत्काल बच्चे सहित विधवा को पड़ोसी ने अपने घर में शरण दे रखा है, परंतु घर के समान बाहर हीं पड़े हैं।
पीड़िता ने स्थानीय मुखिया से मदद की गुहार लगाई है। बता दें महिला का आवास प्लस में नाम दर्ज है लेकिन अभी तक आवास नहीं मिला है।
मुखिया प्रतिनिधि महादेव महतो ने बताया कि घर का आधा हिस्सा बारिश के कारण बीते 19 जून को ध्वस्त हुआ था। बाकी का हिस्से में बीती रात बड़ी दरारें पड़ गई। अभी घर में विधवा की एक बेटी अपने बच्चों के साथ रह रही है। खबर को O2O SELL ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। बीती रात को घर का शेष दूसरा हिस्सा भी अंदर से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया वहीं कुछ हिस्सा गिर गया है। मकान के कभी भी जमींदोज हो जाने की संभावना है। घर गिरने की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे चतरोचट्टी थाना प्रभारी विवेक तिवारी भी सदलबल पहुंचे और महिला को खाद्यान्न सहित आर्थिक मदद की।