बेरमों सवांददाता संदीप कुमार सिंह का रिपोर्ट।
बेरमो। समाज मे डाँक्टर को भगवान का दूसरा रुप माना जाता है, पर वही डाँक्टर मरीज को देखने के बजाय घर पर आराम फरमाते दिखते है। ऐसा ही एक मामला समाने आया है। बेरमो थाना के फिल्डक्वारी निवासी सह सीसीएल कर्मी लगभग 52 वर्षीय नरेंद्र की मौत पर परिजनों एवं अन्य लोगों ने सीसीएल के सेंट्रल हॉस्पिटल ढोरी में हंगामा किया। मृतक करगली परियोजना के सिविल विभाग के अंतर्गत करगली बाजार स्थित पानी टंकी में भाल्व मैन के रूप में कार्यरत थे। उनके मृत्यु पर उनके पुत्र अमन कुमार और उनकी पत्नी सोनिया देवी ने डॉ. एसके भारतीय पर लापरवाही का आरोप लगाया है। कहा मरीज को प्रातः 4:30 बजे अस्पताल लाए थे। लेकिन रात्रि मे ड्यूटी में पर तैनात रहे डॉक्टर एसके भारतीय अस्पताल से गायब मिले। अस्पताल कर्मी के द्वारा मरीज के गंभीर हालत को देखते हुए चार बार डाँ.भारतीय को फोन किया गया परंतु डाँ.भारतीय समय पर अस्पताल नही आये।डाँ.भारतीय 6:30 बजे आए। तब तक मरीज की तड़प कर मौत हो गई थी। कहा कि यदि डॉक्टर तत्काल आ जाते तो समय पर इलाज हो जाता या बेहतर ईलाज के रेफर कर सकते थे।
इस संबंध में डॉक्टर भारतीय से पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी बात करने से मना कर दिया। कहा कि आप अस्पताल के सीएमओ एस मुखर्जी से बात करे।
मृतक के पुत्र ने किया नौकरी और मुआवजा का मांग :
मृतक के पुत्र अमन कुमार ने मुआवजे और तत्काल नौकरी की मांग की है। इस दौरान अस्पताल में सीएमयू के बीएन्डके एरिया सचिव मधु भट्टाचार्य व ढोरी एरिया के सचिव आर उनेश, भाजपा के पूर्व बोकारो जिला अध्यक्ष जगरनाथ राम, विहिप नेता रामू दिगार, झाकोमयु के मधू पासवान, सहित अनेकों लोग अस्पताल पहुंचे। मृतक पहुंचकर मृतक आश्रित को नौकरी देने की जल्द मांग की। चिकित्सकों से बातचीत के बाद तत्काल मृत्यु प्रमाण पत्र दे दिया गया। नियमतः ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर आश्रित को नौकरी मिलती है। लेकिन विलंब से सही पर मृतक के एक आश्रित को नौकरी मिलना ही है। यह समझाने के बाद परिजन शव अंतिम संस्कार के लिए अपने आवास ले गए।
कई गंभीर आरोप है डाँ.एस के भारती पर
बताते चलें कि डाँ.एस के भारती पर कई गंभीर आरोप है, पर सीसीएल के द्वारा किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं किया गया है। कुछ महीने पहले ही एक नर्स के साथ छेडख़ानी का मामला हुआ था, पर किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं हुई।
घर पर क्लीनिक बनाकर करते है मरीज का ईलाज:
राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ के राष्ट्रीय महासचिव कई बार आवाज उठाता कि सीसीएल के कई डॉक्टर सीसीएल के द्वारा दिए हुए आवास में अतिरिक्त आवास बनाकर अपना निजी क्लीनिक खोलकर मरीजों का इलाज करते हैं। जिसके कारण अस्पताल में मरीजों को घंटो ईलाज करवाने के लिए इंतजार करना पडता है।
क्या कहते है सीएमओ एस मुखर्जी
सीएमओ डॉ एस मुखर्जी ने कहा कि मरीज को बुखार पहले से था। उनका बाईपास सर्जरी भी हुआ था।
मौके पर मुख्य रूप से डॉ अरविंद कुमार ,डॉ अरुण कुमार, डॉ आर एन झा ,डॉक्टर सादाब सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे ।