किसानों की मांग देश के अस्सी प्रतिशत जनता से जुड़ी हुई है, लिहाजा सरकार को शीघ्र ही निर्णय लेकर कृषि बिल को वापस लेनी चाहिए। उक्त बातें राज्य के पूर्व मंत्री माधव लाल सिंह गोमिया स्थित बैंक मोड़ पर पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि किसान देश के अन्नदाता है। आज भी देश की 50 फ़ीसदी आबादी कृषि से जुड़ी है। मौजूदा समय में केंद्र सरकार जो कृषि लाई है, वह किसानों के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि किसान एमएसपी की मांग कर रहे हैं। वह पूरी तरह से न्याय संगत है। उक्त बिल से देश के कारपोरेट घरानों को लाभ होगा, वहीं किसानों की स्थिति दयनीय हो जाएगी। ऐसे हालत में किसान पहले से ही कर्ज के कारण आत्महत्या कर रहे हैं और इस तरह के बिल आ जाने से किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ेगी। किसानों के आवाहन पर 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया गया है। इसे सरकार गंभीरता से लें और शीघ्र ही बिल को वापस ले।