स्वांग । (बेरमो)। राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ के राष्ट्रीय महासचिव रामेश्वर सिंह फौजी ने सीसीएल सीएमडी पीएम प्रसाद को पत्र लिख सीसीएल के संवेदनशील पदों पर अधिकारियों एवम सुरक्षाकर्मियों का वर्षों से एक ही स्थान पर कार्य करने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि सीसीएल के लिए सौभाग्य की बात है कि प्रशासनिक पदों पर आपके अलावा कई ईमानदार एवं कर्मठ पदाधिकारी तैनात है। जिससे आप लोगों के द्वारा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का कार्य हो रहा है।
कहां की ढोरी क्षेत्र में 4 जून को 92 कर्मचारियों के सामूहिक तबादला से पूरे सीसीएल में भ्रष्टाचार में शामिल अधिकारियों एवं कर्मचारियों में दहशत का माहौल उत्पन्न हो गया है। कहा कि मेरे 37 साल के कार्यकाल में बेरमो क्षेत्र में इतनी बड़ी कार्रवाई पहली बार देखी है। कहां कि सीसीएल का बेरमो क्षेत्र सबसे बड़ा भ्रष्टाचारियों का गढ़ माना जाता है। जहां प्रबंधन नेताओं के इशारे पर काम करने को मजबूर रहती है। इस तबादले से नेताओं को आईना दिखाने का कार्य हुआ है।
कहा कि मेरी जानकारी में सीवीओ द्वारा क्षेत्र में सभी जीएम को बार-बार पत्र दी जा रही है की संवेदनशील पदों पर आसीन अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सतर्कता विभाग के गाइडलाइन का पालन करते हुए तबादला किया जाए। लेकिन कुछ अधिकारी इस आदेश को नजरअंदाज कर रहे हैं।
कहा कि किसी भी कोलियरी में सुरक्षा अधिकारी की तैनात न होने से सुरक्षा विभाग के धीरे ध्वस्त होती जा रही है। पूरे सीसीएल में सुरक्षा अधिकारी का प्रभार पर्सनल अधिकारी को दिया गया है। जो कभी क्षेत्र में नही घूमते है। जिससे बैठे बिठाए सुरक्षाकर्मी सुरक्षा विभाग के नाम पर अवैध उगाही कर मोटी रकम उन्हें पहुंचा देते हैं। बताया कि सतर्कता विभाग के गाइडलाइन के अनुसार सुरक्षा विभाग संवेदनशील विभाग में रखा गया है। जिसका पालन पिछले 20 से 30 वर्षों से नहीं हो रहा है। सुरक्षाकर्मी 20 से 35 वर्षों तक एक ही जगह पर कार्यरत है। कहा कि लोहा, कोयला एवं तेल चोरी में सुरक्षाकर्मी का एक कड़ी काम करता है। कोयला स्टॉक, यार्ड, काटा घर एवं चेक पोस्टों पर कुछ सुरक्षाकर्मी पैरवीकार ट्रेड यूनियन नेता या सीसीएल के अधिकारियों के कारण वर्षों से अवैध उगाही में बिचौलियों की भूमिका निभाते हैं।
बताया कि इसके लिए 11 मई 2021 को सीसीएल सीईओ को लिखित जानकारी दी है। उन्होंने अनुरोध किया कि वर्षों से तैनात इस तरह के सुरक्षाकर्मियों को एक जगह से हटाकर अगल-बगल तबादला किया जाए जिससे कंपनी को आर्थिक बोझ नहीं उठानी पड़े। जिससे उनके परिवार और बच्चे को कठिनाई से बचे।