फुसरो(बेरमो)। सीसीएल ढोरी, बीएंडके व कथारा क्षेत्र की के विस्थापितों को नियोजन, मुआवजा अधिकार दिलाने की मांग को लेकर 14 फरवरी से तीनों क्षेत्र का अनिश्चितकालीन चक्काजाम आंदोलन की तैयारी को लेकर विस्थापित समन्वय समिति के सदस्यों ने कदमाडीह में बैठक कर रणनीति बनाया। बेरमो के पूर्व विधायक योगेश्वर महतो बाटुल ने कहा कि अधिकार पाने को विस्थापितों ने कमर कस ली है। सीसीएल सीएमडी से लेकर बोकारो डीसी, बेरमो एसडीएम तक विस्थापितों के मामले से अवगत कराया गया है। कई पत्र स्थानीय प्रबंधन को दिया गया है। जिसमें विस्थापितों की समस्याओं को हल करने का निर्देश भी दिया गया। लेकिन स्थानीय प्रबंधन हमेशा विस्थापितों के साथ वादाखिलाफी करता आया है, परंतु अब टालमटोल की नीति नहीं चलेगी। कहा कि हम लोगों के जमीन से कोयला निकासी कर बाहरी लोग मालामाल हो रहे हैं, और स्थानीय जमीन दाता विस्थापिति अधिकार व रोजगार के लिए दर बदर भटकने रहें है। विस्थापित नेता काशीनाथ केवट ने कहा कि बेरमो कोयलांचल में सीसीएल की कोलियरी-कारखाना रहने के बावजूद प्रबंधन की गलत नीतियों के कारण बेरोजगारों को रोजगार नही मिल रहा। बेरोजगारी के कारण सीसीएल क्षेत्र के गांवों से बेरोजगारों का पलायन जारी है। कहा कि 14 फरवरी से चक्का जाम आंदोलन को व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है। विस्थापित नेता सुरज महतो व कमलेश महतो ने कहा कि आंदोलन में पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी बढ़-चढ़ कर भाग लेंगी। विस्थापित दर-दर की ठोकर खाने को विवश हैं। अपना अधिकार लेकर दम लेंगे। इससे पूर्व दर्जनों महिला-पुरुष हाथों में तख्तियां लिए माशाल जुलूस निकालकर सीसीएल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी किया। मौके पर वार्ड पार्षद रामचंद्र महतो, वीरेंद्र सिंह, वीरेंद्र करमाली, मुन्ना गिरी, लाल मोहन महतो, हेमलाल सिंह, भोला सिंह, सीता देवी, रीता देवी, अनीता देवी, रीना देवी, कमली देवी, एतवरिया देवी, सुशीला देवी, सहोदरी देवी, पूजा देवी, धनेश्वरी देवी, संजू देवी, बुधिया देवी, डलेश्वरी देवी आदि सैकडो लोग मौजूद थे।