गढ़वा : गढ़वा जिले में बाल श्रम उन्मूलन के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत दिनांक 7 जनवरी 2025, मंगलवार को श्रम अधीक्षक के नेतृत्व में डंडई और नगर प्रखंड के विभिन्न ईंट भट्ठों का औचक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान किसी भी ईंट भट्ठे पर बाल श्रमिक कार्यरत नहीं पाए गए। श्रम अधीक्षक श्री संजय आनंद ने ईंट भट्ठा मालिकों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि बाल श्रमिकों से काम कराना एक गंभीर अपराध है। यदि भविष्य में किसी भी ईंट भट्ठे पर बाल श्रमिक कार्यरत पाए गए तो नियोजकों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कानूनी प्रावधान और दंड
श्रम अधीक्षक ने बताया कि बाल श्रम कराने पर नियोजकों को छह माह से दो वर्ष तक की सजा और ₹20,000 से ₹50,000 तक का जुर्माना अथवा दोनों दंड भुगतने पड़ सकते हैं।
धावा दल की उपस्थिति
इस अभियान में श्रम अधीक्षक श्री संजय आनंद के अलावा, श्री प्रणव कुमार (अध्यक्ष, CWC), श्री संजय ठाकुर (संरक्षण अधिकारी, DCPU), श्री राजीव कुमार रवि (जिला समन्वयक, CHL गढ़वा), श्री गणेश कुमार (जिला समन्वयक, लोहरदगा ग्राम स्वराज संस्थान), श्री दीपक कुमार (आउटरीच वर्कर, DCPU), और PLV, DLSA के सदस्य शामिल थे।
प्रशासन के इस कदम से बाल श्रम उन्मूलन के प्रति जागरूकता और सख्ती का संदेश दिया गया है। जिला प्रशासन ने सभी नियोजकों से बाल श्रम को पूरी तरह समाप्त करने की अपील की है।