गढ़वा : पीयूसीएल द्वारा विक्षिप्त बबलू उर्फ डब्लू साव पिता विक्रमा साव ग्राम मोरबे थाना मझिआंव, जिला गढ़वा, झारखंड को जेल भेजने के संबंध में जानकारी दी गई ।तथ्य संग्रह के बाद उभर कर आए तथ्यों को प्रेस के सामने प्रस्तुत किया गया।
जानकारी जानकारी प्रेस वार्ता करते हुए झारखंड पीयूसीएल के कार्यकारिणी सदस्य श्री संजय तिवारी, राज्य परिषद के सदस्य श्री अशर्फी चंद्रवंशी, श्री पंकज कुमार चौबे, गढ़वा पीयूसीएल के महासचिव सुरेश मानस, कोषाध्यक्ष नमस्कार तिवारी तथा झारखंड पीयूसीएल के संयुक्त सचिव सचिन एस एन पाठक ने कहा कि एक विक्षिप्त जो जो लगभग बीस वर्षों से मानसिक रुग्णालय रांची में इलाजरत हो,जो अपने निवास स्थान और आस पास में एक मानसिक रूग्ण व्यक्ति के रूप में जाना जाता हो,जिसके पास से कोई घातक हाथियार बरामद न हुआ हो उस व्यक्ति को संगेय अपराध के धाराओं में मुकदमा करना एक बद कलाम अहलकारी का सबूत है।
मझीआंव अंचलाधिकारी रामजी प्रसाद ने अमानवीयता का परिचय दिया है।पहले से ही विक्षिप्त को गैर जमानतीय धाराओं में जेल भेजना उसके हत्या के प्रयास जैसा है।तथ्य संग्रह करने गई टीम के सदस्यों को उसकी बूढ़ी मां लगभग विक्षिप्त जैसी मिली।अंचल अधिकारी जो एक पद पर हैं जो इस लोकतंत्र में एक न्यायिक पद पर हैं जिनका निर्णय नागरिकों के अस्तित्व का भी निर्धारण करता है।ऐसे पद पर आसीन अधिकारी अगर ऐसा निर्णय करते हैं तो लोकतंत्र के लिए घातक है।गढ़वा पियुसिएल इसकी घोर भर्त्सना करते हुए इसे मानव अधिकारों के ऊपर एक आक्रमण मानती है।