सगमा : आज भले ही जिले के विभिन्न प्रखंडों में राज्य सरकार के आदेश पर पेंशन अदालत लग रही है। पर समाधान खास नहीं हो रही है। सरकार के द्वारा दिव्यांग असहाय परिवार के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाए चलायीं जा रही है, लेकिन सभी योजनाए फाइलो तक ही सिमट कर रह जा रही है।
एक ऐसा ही मामला सगमा प्रखंड अंतर्गत पुतुर गांव निवासी आंख की आंधी और विधवा महिला धनेश्वरी कुंवर को 92 वर्ष होने के बावजूद भी वृद्धा पेंशन का लाभ नही मिल पा रहा है न ही राशन कार्ड का लाभ मिल पा रहा है।
धनेश्वरी कुंवर के पुत्र केश्वर उरांव ने जानकारी देते हुए बताया कि मेरी मां दोनों आंख से अंधी है और एक ही स्थान पर बैठे रहती है। उन्होंने बताया कि धनेश्वरी कुंवर की वृद्धा पेंशन का पैसा नहीं मिलने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पुत्र केश्वर उरांव ने बताया कि माता धनेश्वरी कुंवर को जब पोस्ट ऑफिस में खाता रहा करता था तो वृद्धा पेंशन का राशि मिल जाया करता था, लेकिन जब से पोस्ट ऑफिस से खाता को हटाया गया तो सीएसपी बैंक के माध्यम से एक ही मर्तबे वृद्धा पेंशन का राशि भुगतान हुआ। लेकिन इसके बाद में धनेश्वरी कुंवर का वृद्धा पेंशन का राशि तीन से चार वर्षों से रुका हुआ है। उन्होंने बताया कि वृद्धा पेंशन का राशि रुक जाने से और राशन कार्ड नही बनने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। केश्वर उरांव ने कहा कि वृद्धा पेंशन शुरू कराने एवं रुका हुआ राशि वापस कराने के लिए मैं पंचायत की मुखिया समेत जिला कर्यालय में भी आवेदन देकर गुहार लगाया, परंतु अब तक किसी तरह की कोई सुनवाई न ही हुआ, न ही पेंशन शुरू हुआ न ही रुका हुआ पेंशन की राशि मिला।
मुखिया सरिता देवी से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि विभागीय लापरवाही के चलते 92 वर्षीय महिला का पेंशन रुका हुआ है। जो घोर अनियमितता दर्शाती है। मैं पुनः इसका जांच कर पेंशन का रुका हुआ राशि और पेंशन चालू कराने की काम करूँगी।
इस संबंध पूछे जाने पर बीडीओ दीपक मिंज ने बताया की हो सकता है आधार लिंक नही होने के कारण पेंशन रोक दिया गया हो। इसका जांच करा कर रुका हुआ राशि और पेंशन शुरू करा दिया जाएगा।