गढ़वा : गढ़वा टाउन हॉल के सभागार में संस्कृत भाषा संरक्षण समिति के प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड राज्य के माननीय शिक्षा मंत्री श्री बैजनाथ राम से मुलाकात की और संस्कृत भाषा से संबंधित सात प्रमुख बिंदुओं पर मांग पत्र सौंपा।
मांग पत्र में समिति ने निम्नलिखित बिंदुओं पर जोर दिया:
1. राज्य के सभी मध्य विद्यालयों में संस्कृत की पुस्तकें दी जाती हैं, लेकिन शिक्षकों के पद सृजित नहीं किए गए हैं। अतः संस्कृत शिक्षकों की बहाली के लिए पद सृजित किए जाएं।
2. राज्य में संस्कृत अकादमी की स्थापना की जाए और सभी मध्य एवं उच्च विद्यालयों में संस्कृत की पढ़ाई सुनिश्चित की जाए।
3. बिहार की तर्ज पर झारखंड राज्य में मध्यमा बोर्ड का गठन किया जाए।
4. राज्य के सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में संस्कृत के पद सृजित कर प्रोफेसरों की नियुक्ति कराई जाए।
5. झारखंड राज्य में संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना की जाए।
6. राज्य में बंद किए गए संस्कृत विद्यालयों को पुनः चालू कराया जाए।
7. संस्कृत भाषा को, जो सभी भाषाओं की जननी है, प्राथमिकता के आधार पर अधिकार दिलाया जाए।
इस मुलाकात में संस्कृत भाषा संरक्षण समिति के अध्यक्ष दया शंकर गुप्ता समेत कई प्रमुख सदस्य उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में संस्कृत भाषा के संरक्षण और प्रसार की आवश्यकता पर बल दिया।