गढ़वा : संस्कृत भाषा संरक्षण समिति की बैठक दिनांक 7 सितंबर 2024 को मेलोडी मंडप, दयाशंकर गुप्ता जी के टेंट हाउस प्रांगण में संपन्न हुई। बैठक में मुख्य रूप से संस्कृत भाषा के प्रति राज्य सरकार की उपेक्षा पर चर्चा की गई और राज्य में संस्कृत भाषा को सभी स्कूलों में लागू करने, शिक्षक बहाली की प्रक्रिया को मजबूत बनाने एवं झारखंड में संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग की गई।
बैठक के दौरान सभी उपस्थित सदस्यों ने संस्कृत भाषा को मजबूती प्रदान करने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाने और इसे पूरे झारखंड में आंदोलन के रूप में विस्तार देने का निर्णय लिया। समिति के सर्वसम्मति से दयाशंकर गुप्ता जी को समिति का अध्यक्ष मनोनीत किया गया, जबकि याकूब इकबाल, सुशील सिंह और अजय कुमार शुक्ला को संरक्षक के रूप में नियुक्त किया गया।
इस बैठक में मुख्य रूप से वरिष्ठ समाजसेवी गुलाम सरवर खान, सुशील कुमार सिंह, डॉ. अर्जुन विश्वकर्मा, अधिवक्ता योगेंद्र नाथ चौबे, सुजान शेख, याकूब इकबाल, ज्वाला तिवारी, अनिल कुमार और माइकल जेडी समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
समिति ने झारखंड में संस्कृत भाषा के संरक्षण और संवर्धन के लिए व्यापक स्तर पर कार्य करने का संकल्प लिया और राज्य सरकार से मांग की कि संस्कृत भाषा को सभी स्कूलों में अनिवार्य रूप से पढ़ाया जाए एवं संस्कृत शिक्षकों की बहाली की जाए।