गढ़वा :
स्वास्थ्य विभाग, गढ़वा के द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आरकेभीएस बीएड काॅलेज के सभागार में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में गढ़वा उपायुक्त शेखर जम्मुवार व गढ़वा सिविल सर्जन डॉ अवधेश सिंह उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गान से किया गया आर के ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन सह शिक्षाविद् अलखनाथ पाण्डेय ने दोनों ही अतिथियों को पुष्प गुच्छ देकर और शाॅल ओढ़ाकर अभिनंदन व सम्मानित किया। इसके पश्चात् सभी अतिथियों के साथ निदेशक ने मां सरस्वती के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।अपने स्वागत संबोधन में उन्होंने कहा कि आज बड़ा सौभाग्य का दिन है कि गढ़वा उपायुक्त हमलोगों के बीच कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में इस अवसर पर उपस्थित हैं।
यह सच है कि किसी समय लड़कियों को बोझ समझा जाता था लेकिन आज लड़कियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। भारत की गौरवपूर्ण संस्कृति व सनातन धर्म में भी महिलाओं को देवी का दर्जा प्राप्त है। जहां महिलाओं का सम्मान होता है वहां ईश्वर का वास होता है। महिला ही दुर्गा,लक्ष्मी और सरस्वती है जिनकी हम अराधना करते हैं।आज भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार हम महिला सशक्तिकरण व उनके उत्थान के लिए 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ','उज्ज्वला योजना',33%आरक्षण जैसे अनेक कार्य किए जा रहे हैं। भारत ही ऐसा देश है जहां आजादी के बाद से ही महिलाओं को अपना वोट देने का अधिकार मिला और अमेरिका जैसे देश में उन्हें इंतजार करना पड़ा।
अंत में उन्होंने उपायुक्त महोदय के समय के पाबंद रहने की प्रशंसा करते हुए उपस्थित सभी लोगों को प्रेरणा लेने की बात कही।
सिविल सर्जन डॉ अवधेश सिंह ने अपने संबोधन में बेटियों की शिक्षा पर जोर दिया।उनका कहना है कि शिक्षा से ही समाज और देश जगेगा और वे अपना अधिकार प्राप्त कर सकती हैं। बेटियां हैं तो मां,बहन,पत्नी,सास हैं जिनसे परिवार का निर्माण होता है।
उपायुक्त महोदय ने महाविद्यालय की शिक्षा, संस्कार और अनुशासन की प्रशंसा करते हुए कहा कि संस्थान बहुत अच्छे से कार्य कर रहा है। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं के द्वारा बनाए गए पोस्टर और रंगोली की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि मैं काफी भावुक हो गया।'बेटी है तो कल है,बेटी है तो प्यार और परिवार है।
'बेटियां सचमुच भगवान के सुंदर और सुखद उपहार हैं। बेटियां प्यारी होती हैं। उन्होंने सी एस को इस तरह के सुंदर और प्रेरक पोस्टरों को स्वास्थ्य विभाग में लगवाने का सुझाव दिया।आज मैं भी इस शुभ अवसर पर अपनी बेटी को साथ लेकर आया हूं। आगे उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता है। हमें अपनी जिम्मेदारी और कर्त्तव्यों का ईमानदारी व लगन से निर्वहन करना चाहिए।इससे आप दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेंगे।
इस अवसर पर महाविद्यालय में निबंध,क्विज,रंगोली,लघु नाटक और पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई। निबंध प्रतियोगिता में खुशनुमा इकबाल,श्रेया कुमारी,पंकह कुमार गुप्ता को क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान,क्विज में अफरोजी खातून,सौरभ सिंह,पूजा गुप्ता क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान, पोस्टर प्रतियोगिता में श्वेता शर्मा,आरुषि प्रिया,और रागिनी कुमारी को क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान एवं रंगोली प्रतियोगिता में प्रियंका केशरी,अदीति केशरी,गरिमा को क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान मिला।
अनुष्का पाण्डेय और ग्रुप के द्वारा प्रस्तुत लघु नाटक की सभी ने प्रशंसा की।सभी सफल प्रतिभागियों को उपायुक्त,सीएस और निदेशक के द्वारा पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में जेवियर एक्का(डीपीएम) और कुमार शुभम(डीसी यूनिसेफ)की भूमिका अहम रही।इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ चन्द्रदीप पाण्डेय,अनुप कुमार पाण्डेय, सतीश तिवारी,आनंद मिश्रा,प्रवीण दुबे,राजन चौबे, रीतेश जयसवाल,रंजना दुबे और सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ चन्द्रदीप पाण्डेय के द्वारा किया गया।