गोमिया। गोमिया प्रखंड के सुदूरवर्ती चुट्टे पंचायत अंतर्गत दनरा गांव के टोला चैयाटांड़ में गुरुवार की दोपहर अचानक हुए मौसम के बदलाव और वज्रपात में तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि चार लोग बुरी तरह झुलस कर घायल हो गए।
मृतक तुलसी महतो (48), पुनकी देवी (44) चुट्टे पंचायत के पंचायत समिति सदस्य राजू प्रसाद के माता पिता हैं जबकि चैयाटांड़ के ही एक अन्य महिला कौशिल्या देवी (47) की मौत हो गई है। घायल लोगों में दो चैयाटांड़ के क्रमशः महेश कुमार महतो (28), विशेश्वर महतो (27) तथा दो दनरा के लालमन सिंह (51) व बिशुन सिंह (49) शामिल हैं जिनको बेहतर इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोमिया में भर्ती कराया गया है। जहां दनरा के घायल दोनों लोगों की हक़त चिंताजनक बनी हुई है।
वज्रपात में घायल महेश कुमार महतो ने बताया कि सभी लोग चैयाटांड़ के नजदीक चुट्टे के पंसस राजू प्रसाद के पैतृक जमीन गालोहरी में मनरेगा योजना से हो रहे कूप निर्माण कर रहे थे। अचानक दोपहर में तेज हवा के साथ बारिश आरंभ हुई। भींगने से बचने के लिए कूप के बगल एक अस्थाई कुंभा मचान के नीचे छिप गए। इस क्रम में तेज आवाज के साथ हुए वज्रपात से मौजूद सभी लोग अचेत हो गए। चुट्टे पंसस राजू प्रसाद के माता पिता तुलसी महतो (48) एवं पुनकी देवी (44) की मौत घटनास्थल पर ही हो गई।
बताया कि महुआ के पेड़ से डोढ़ा (कोड़ी) चुनने गई चैयाटांड़ की एक ग्रामीण महिला गीता देवी देखी की कुएं के पास सभी लोग अचेत पड़े हैं जिसके बाद उक्त महिला चैयाटांड़ में हो हल्ला मचाना शुरू किया।
सूचना मिलते ही पंसस राजू प्रसाद सहित ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों को सीएचसी गोमिया में भर्ती कराया। इस घटना के बाद मृतक के घर-परिवार में कोहराम मचा हुआ है। स्वजनों का अस्पताल में रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। पुलिस शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडलीय अस्पताल भेजने की तैयारी शुरू कर दी है।
घायल महेश ने बताया कि मृतका मेरी मां कौशल्या देवी मेरे लिए तथा पुनकी देवी आने पति तुलसी महतो के लिए दोपहर का खाना लेकर आई थी जो तेज बारिश में फंस गई और उसी पानी से बचने लिए बने अस्थाई कुंभे (मचान) में रुकी थी। अचानक हुए बज्रपात की चपेट में आने से दोनों महिलाओं की मौत हो गई।
मौके पर सूचनोपरांत पहुंचे गोमिया विधायक डॉ. लंबोदर महतो, गोमिया बीडीओ कपिल कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। वहीं मृतक के आश्रित को आपदा प्रबंधन के तहत चार लाख रुपये मुआवजा दिलाया जाएगा।