गोमिया। गोमिया प्रखंड क्षेत्र के अति सुदूरवर्ती बड़की चिदरी पंचायत के चिलगो गांव अंतर्गत आदिवासी बहुल ढोड़ी टोला में सोमवार की दोपहर बिजली करंट से एक 12 वर्षीय आदिवासी छात्रा की दर्दनाक मौत घटनास्थल पर हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों से प्राप्त के अनुसार चिलगो गांव अंतर्गत ढोड़ी टोला के पलायित मजदूर मुकेश मांझी की पुत्री सारो कुमारी (12) और पुत्र सूरज मांझी (5) अपने घर से 50 मीटर की दूरी पर स्थित खेत में बने सिंचाई कूप के पास खेल रहे थे।
बच्चों की मां शांति देवी ने बताया कि सिंचाई कूप में पटवन के लिए लगे विद्युत मोटर में बिजली का नंगा तार लटका हुआ था। खेलते-खेलते दोनों बच्चे उसी तार के सम्पर्क में आ गए। जिससे छात्रा सारो की मौत वहीं घटनास्थल में हो गई, जबकि पुत्र सूरज को गंभीरावस्था में स्थानीय लोगों की मदद से करंट से छुड़ाया गया। गंभीर रूप से घायल को पास-पड़ोस के लोगों की मदद से विष्णुगढ़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां चिकित्सकों द्वारा उसकी स्थिति अब खतरे से बाहर बताई गई है।
मृतका की मां शांति देवी ने बताया कि छात्रा नव प्राथमिक विद्यालय ढोड़ी में अध्ययनरत थी एवं उसके पति मुकेश मांझी छत्तीसगढ़ में पलायित मजदूर हैं जो ट्रांसमिशन लाइन में मजदूरी का कार्य करते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि खेलने के क्रम में बच्चे की मौत हुई है। वही घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।