गोमिया में सीआरपीएफ हुई सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट की हत्या के 15 माह बाद मृतक जवान के पिता केरल से पहुंचे घटनास्थल, याद को किया ताजा, बच्चे के बीच बांटी सामग्री
गोमिया। झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 के तीसरे चरण के मतदान संपन्न कराने आए सीआरपीएफ 226वीं बटालियन के जवानों के बीच आपसी झड़प में दो जवानों द्वारा हुई गोली-बारी की घटना में सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट साहुल हरसन की हुई मौत के 15 महीने बाद गुरुवार को मृतक जवान के पिता, मामा सहित अन्य घटनास्थल पहुंचकर उसकी याद को ताजा किया।
गुरुवार को मृतक कमांडेंट साहुल हरसन के पिता बालन एम, मामा दिवाकरण सीबी सहित सुप्रीम कोर्ट के एक अधिवक्ता अभिनव गर्ग गोमिया प्रखंड के सुदूरवर्ती कर्री पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुर्कनालो पहुंचे। पिता बालन एम ने बताया कि मेरे एकलौते दिवंगत बेटे साहुल हरसन चुनाव के वक्त यहीं तैनात थे। जहां अन्य जवानों के सहायक उप निरीक्षक पी भुइयां एवं आरक्षी दीपेंद्र यादव के आपसी झड़प में गोली लगने के कारण मेरे पुत्र साहुल को जान से हाथ धोना पड़ा था। इस घटनाक्रम में पी भुइयां की भी मौत हो गई थी।
पिता ने बताया कि एकलौते पुत्र के यादगार स्वरूप स्कूली बच्चों के बीच वॉटर प्यूरीफायर, कैरम बोर्ड, वॉलीबॉल, फुटबॉल, क्रिकेट किट के अलावा अन्य सामग्री स्कूल समिति को वितरण किया गया है।
अभी तक हैं गोलियों के निशान
2019 में हुई गोलीबारी की घटना के अभी तक स्कूल के दरवाजों और दीवारों में मौजूद निशानों को नजदीकी से देखा। अधिवक्ता अभिनव ने आसपास के लोगों से हुई घटना की भी जानकारी भी लिया, इस दौरान पिता के आंखों में नमीं थी। पिता ने कहा कि चुनाव संपन्न होने के बाद अब सरकार भी बन चुकी है, मुख्यमंत्री भी बन गए लेकिन अभी तक मेरे दिवंगत बेटे के प्रति राज्य सरकार उदासीन है किसी तरह का सकारात्मक सहयोग व जानकारी नहीं दी जा रही है। झारखंड सरकार मेरे बेगुनाह बेटे को इंसाफ दिलाने में मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा बताया गया था कि झारखंड इलेक्शन कमीशन द्वारा मदद मिलेगी लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं मिला।
बता दें घटना 2019 में गोमिया विधानसभा चुनाव के दौरान घटी थी। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शांतिपूर्वक मतदान कराने के लिए कुर्कनालो स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय और उत्क्रमित उच्च विद्यालय में बने कलस्टर केंद्र में सीआरपीएफ 226वी बटालियन के जवानों को ठहराया गया था। 10 दिसंबर 2019 की रात जवानों के बीच आपस में कहासुनी के बाद उक्त दीपेंद्र यादव ने सहायक कमांडेंट साहुल हरसन और एएसआई पी भुइयां पर अचानक गोली चला दी थी। जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी। दोनो जवानों ने मौत से पहले जवाबी फायरिंग की थी, जिसमे आरोपी दो जवान भी बुरी तरह घायल हो गए थे। जांचोपरांत चतरोचट्टी थाना में कांड संख्या 25/19 भादवि धारा 302, 307 एवम 27 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर दोनो घायलों को इलाज के बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
इस दौरान मौके पर चतरोचट्टी थाना प्रभारी विवेक तिवारी सदलबल मौजूद थे।
मौके पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक नवीन कुमार, लखन महतो, शिवशंकर प्रजापति, गंगा महतो, नारायण महतो, कैलाश महतो, भीम महतो, रामु तुरी आदि मौजूद थे।