गोमिया। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग तेनुघाट की निष्क्रियता व लापरवाही के कारण गोमिया में पेयजल विभाग राजस्व को क्षति पहुंचाते हुए धड़ल्ले से पानी का अवैध टेप दिया जा रहा है।
गोमिया प्रखंड अंतर्गत पलिहारी गुरुडीह में कोठीटांड़, भगत अहरा मार्ग पर पीएचईडी विभाग के 1975 में बने 50 हजार गैलन क्षमता के पुराने कोनार नदी पेयजलापूर्ति योजना के बिछे मेन पाइप लाइन को छेद कर लोग धड़ल्ले से पानी का निकासी कर रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना विभाग को दिया गया। जानकारी मिली विभाग का ही एक अस्थाई कर्मचारी अन्यान्य लोगों से सांठगांठ कर कुछ रुपये लेकर लोगों को कनेक्शन दे रहा है। बताया कि 1975 से संचालित जलापूर्ति को उपभोक्ताओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए नए पेयजलापूर्ति योजना की शुरुआत हुई और पुराने बंद पड़े पुराने जल मीनार से पूर्णतः नया कनेक्शन बंद करते हुए आकस्मिक ही जलापूर्ति की जाती है घूसखोर कर्मचारियों द्वारा उसमें भी पाइप लाइन से दर्जनों अवैध कनेक्शन दिया जा रहा है जो पूरी तरह वर्जित है। अवैध कनेक्शन से कुछ लोग यहां गाड़ियों की धुलाई करते हैं वहीं नये मकानों के निर्माण में भी कनेक्शन जोड़ा गया है। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में संपर्क करने पर बताया कि जिनको कनेक्शन दिया गया है उनका रसीद भी कटा है जो वॉटसन समिति द्वारा जारी किया गया है। जबकि इसके विपरीत बता दें कि वॉटसन समिति द्वारा नई बोकारो नदी पेयजलापूर्ति योजना का रसीद कटा है परंतु अवैध कनेक्शन कोनार नदी पेयजलापूर्ति योजना से दिया जा रहा है जिसमें वॉटसन समिति सम्मिलित ही नहीं है। बावजूद इसके विभाग के जिम्मेदार सबकुछ जानकर भी चुप्पी साधे हुए हैं।
इस संबंध में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग तेनुघाट के सहायक अभियंता शास्त्री साह ने बताया कि जलापूर्ति के सारे अधिकार वॉटसन समिति यथा पंचायत के मुखिया के हाथों में है।