गोमिया। धनबाद रेल मंडल के गोमो बरकाकाना रेल खंड के सीआईसी सेक्शन में डुमरी बिहार स्टेशन से तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन (टीटीपीएस) आवागमन के क्रम में रेल लाइन को लकड़ी का एक बड़ा गुटखा डालकर लाइन अवरूद्ध कर मालगाड़ी के लोको पायलट पर जानलेवा हमला करने का मामला सामने आया है।
घटना के संबंध में मालगाड़ी में मौजूद गार्ड सुभाष कुमार ने बताया है कि शुक्रवार की सुबह 6 बजकर 40 मिनट में टीटीपीडी इंजन नंबर 27634 डीएमबीआर से जैसे ही खुली आगे जाने के क्रम में लगभग सात बजे गोमिया थाना अंतर्गत तुलबुल के मेरालघुट्टु गांव स्थित पोल नंबर टी3/05 के समीप अज्ञात अपराधकर्मियों लकड़ी के बड़े गुटखे और पत्थर रेल लाइन में डालकर कोयला लदे मालगाड़ी को रोकने का प्रयास किया। गार्ड ने बताया कि लीडिंग इंजन लकदिनको ठोकर मारकर साइड करते हुए धीरे धीरे आगे बढ़ती गई। कोयला लदी मालगाड़ी नहीं रुकने पर 6-7 की संख्या में मौजूद अज्ञात लोगों ने अपने पास रखे तीर धनुष से लीडिंग इंजन में मौजूद लोको पायलट और बैंकर इंजन पर जानलेवा हमला कर दिया। रेल और खुद की सुरक्षा को देखते हुए जानमाल की रक्षा करने की जुगत में मालगाड़ी का गेट बंद किया। बताया कि कड़ी मशक्कत के बाद कोयला लदी मालगाड़ी को किसी प्रकार सुरक्षित टीवीएनएल के रेलवे साइडिंग पहुंचाया गया।
लौटने के वक्त पुनः हुई घटना की पुनरावृत्ति
गार्ड सुभाष ने बताया कि मालगाड़ी खाली कर लौटने के क्रम में पुनः उसी पोल संख्या टी3/05 के पास दोबारा अज्ञात अपराधकर्मियों ने हमला कर दिया। बताया कि इस बार इंजन में मौजूद लोको पायलट पतरातू दिलीप कुमार एवं आकाश कुमार झुककर अपनी जान जोखिमों से बचाई। बताया कि जानलेवा हमले में किसी तरह जान तो बच गई परंतु एक तीर इंजन में लगी जाली में जाकर फंस गया।
टीएलसी एवं सीएनजी को दी गई घटना की जानकारी
बताया कि अज्ञात अपराधकर्मियों द्वारा जानलेवा घटना की जानकारी रेल के टीएलसी एवं सीएनजी बरकाकाना को दे दी गई है। विभाग को अवगत कराते हुए कहा है कि दोनों ओंर से हुए जानलेवा हमले को संज्ञान में लेकर उचित कार्रवाई की जाए।
जांच को पहुंचे कई बड़े प्रशासनिक पदाधिकारी
घटना की जानकारी पर रेल बरकाकाना के इंस्पेक्टर एम रमेश, सब इंस्पेक्टर निरंजन कुमार, गोमिया ओपी प्रभारी विंध्याचल कुमार ने स्थानीय गोमिया थाना पुलिस के साथ संयुक्त रूप से घटनास्थल का मुआयना किया और मौजूद ग्रामीणों से भी गहनता से पूछताछ की तत्पश्चात घटना की पुनरावृत्ति न हो को लेकर समीक्षा की।