गोमिया। गोमिया प्रखंड के नव निर्माणाधीन भवन में संवेदक द्वारा व्याप्त अनियमितता की शिकायत पर सुचनोपरांत चास नगर आयुक्त शशि प्रकाश झा गोमिया पहुंचे और गोमिया प्रखंड प्रमुख गुलाब चंद्र हांसदा के साथ निर्माणाधीन भवन की जांच की। जांच के दौरान आयुक्त द्वारा भवन में कई तकनीकी खामियां और अनियमितताएं पाई गई और इसके लिए जिम्मेदार भवन निर्माण की देख-रेख में लगे कर्मियों को भी खूब फटकार लगाई।
आयुक्त श्री झा ने बताया कि भवन निर्माण कार्य में संवेदक द्वारा मानक के अनुरुप कार्य नहीं कराया गया है। बताया कि सड़क से निर्माणाधीन भवन के जमीन का लेबल डाउन है जिस कारण बरसात का पानी अंदर कमरे तक आ जाएगा। बताया कि जमीन का लेवल कम से कम दो फीट उपर होनी चाहिए थी जो तकनीकी पर्यवेक्षक के अभाव के कारण ऐसा हुआ है। बताया कि ग्राउंड फ्लोर में ढलाई कार्य पूरा नहीं होने के बावजूद टाइल्स लगा दिया गया है जो नहीं लगानी चाहिए। वहीं प्लास्टर का कोर में भी कई खामियां हैं। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण के मुख्य संवेदक रवि शंकर सिंह ने कार्य को किसी अन्य ठेकेदार को पेटी कांट्रेक्ट पर दे दिया है, जिसके पास संबंधित संसाधन पर्याप्त मात्रा में मौजूद नहीं हैं परिणामस्वरूप भवन का पार्ट-पार्ट करके निर्माण कार्य कराया जा रहा है। वहीं पर्याप्त संसाधन के आभाव के कारण ही तय समय सीमा बीत जाने के बावजूद निर्माण कार्य अधुरा है।
2018 में हुआ था शिलान्यास
आयुक्त ने बताया कि 2018 में उक्त भवन का निर्माण कार्य शुरू हुआ 2021 फरवरी माह तक कार्य पूरा नहीं हो सका है, वहीं जो कुछ निर्माण कार्य हुआ है उसमें चिमनी दो नम्बर ईंट का इस्तेमाल संबंधित पेटी कॉन्ट्रेक्टर के द्वारा किया गया है। वहीं मिक्सर मशीन की हालत व अन्य उपकरणों के रखरखाव पर भी आयुक्त श्री झा संबंधित कर्मियों पर खूब बरसे।
मौजूद कर्मियों से उनका शिक्षा की जानकारी ली:
आयुक्त द्वारा भवन निर्माण कार्य का नक्शा सहित जरूरी कागजातों की मांग करने पर देखरेख में लगे कर्मियों ने गलत कागजात व नक्शे को भी दिखने का प्रयास किया। जिस पर आयुक्त ने मौजूद कर्मियों की शिक्षा व संबंधित कार्य का अनुभव भी पूछ लिया। जिसपर मौजूद लोगों के हाथपांव फूलने लगे।
मजदूरों को पेमेंट करने आते हैं संवेदक
आयुक्त झा ने बताया कि कर्मियों से पूछने से पता चला कि संबंधित संवेदक सिर्फ मजदूरों के पेमेंट व छत ढलाई जैसे खास मौकों अपर ही भवन साइट अपर पहुंचते हैं। बताया कि संवेदक ने बिल बढ़ाने के लिए भी कई गैरजरुरी कार्य किए है। निर्माण कार्य में दोयम दरजे की घटिया इंटों के इस्तेमाल की बात भी आयुक्त ने कहा है।
बीडीओ की शिकायत पर हुई जांच
आयुक्त शशि प्रकाश झा ने बताया कि उक्त जांच तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी गोमिया मोनी कुमारी के द्वारा राज्य सरकार के संबधित विभाग में लिखित शिकायत के निर्देशन किया गया है। बताया कि 3 करोड़ 64 लाख की लागत से बन रहे नए प्रखंड सह अंचल कार्यालय भवन के निर्माण कार्य में संवेदक द्वारा भवन निर्माण कार्य को किसी मो0 गुलाम नाम के व्यक्ति को पेटी कॉन्ट्रेक्ट में दिया गया है। निर्माणाधीन ब्लॉक में बोकारो नदी से कोयला युक्त बालू का उपयोग किया गया है। निर्माण कार्य में सरिया, सेटरिंग मिस्त्री तथा राज मिस्त्री को साईट इंजिनियर की दिशा निर्देश के कमी के कारण वाल बिम, खिड़की, दिवार एवं अन्य कार्य सही तरीके से फिनिसिंग नही हो पाया। यह प्रतीत होता है कि इस कार्य के नियमानुसार साईट इंजिनियर की कमी थी। भवन निर्माण कार्य में कहीं भी भेन्टीलेटर का उपयोग नही किया गया है। खिडकी का जाली तथा ग्रील जो लोहे का बना हुआ है पर उनकी फिनिसिंग सही तरीके से नही की गई है। निर्माण कार्य पूर्ण होने से पहले टाईल्स लगा दिया गया है, जो भवन निर्माण कार्य के विरूद्ध है। इसीप्रकार भवन निर्माण कार्य में लकड़ी का जो भी चौकठ लगा है वो घटिया किस्म का इस्तेमाल किया गया है आदि अन्य गड़बड़ियां शामिल हैं। मामले की रिपोर्ट बनाकर संबंधित विभाग को भेजा जाएगा।