गोमिया। यूं तो आमजन को बैंक प्रबंधन की ओंर से लगातार साइबर अपराध को लेकर जागरूक किया जा रहा है, परंतु साइबर अपराधकर्मी भी आदतन नित्य नए नए हथकंडे अपनाकर निरंतर किसी न किसी को शिकार बना ही लेते हैं। इस बार निशाना बना युवक गोमिया प्रखंड के लोधी निवासी जमील अहमद है। साइबर ठगो ने जमील से महत्वपूर्ण जानकारी लेकर अकाउंट से 40 हजार रूपए की चपत लगा दी।
प्राथमिक जानकारी के अनुसार भुक्तभोगी युवक जमील गोमिया स्थित बैंक ऑफ इंडिया गोमिया शाखा में विगत दो माह पूर्व चेक बुक के लिए आवेदन दिया था परंतु संबंधित पते पर नहीं पहुंचने पर उक्त शाखा में जानकारी लेने आया था।
भुक्तभोगी में बताया कि बैंक में पूछने पर बैंक अधिकारी द्वारा चेकबुक निर्गत कर दिए जाने की बात कही और विशेष जानकारी के लिए इंडिया पोस्ट की ट्रेकिंग आईडी दिया। बैंक के बाहर आकर युवक ने ट्रेकिंग आईडी पर गूगल में सर्च किया। बताया कि संयोग से इसी दौरान उसके मोबाइल में किसी कथित कूरियर वाले का फोन आया और चेक बुक संबंधी जानकारी सहित बैंक का नाम और अकाउंट नंबर पूछा गया। जिसे भुक्तभोगी ने सबकुछ बता दिया। बताया कि उसी दौरान कथित कुरियर वाले ने उसके मोबाइल नंबर पर एक लिंक भेजकर क्लिक करने को कहा। जिसे छूते ही उसके एकाउंट से 19 हजार 998 रुपए की दो निवासी का मैसेज उसके मोबाइल पर आया। तत्काल बैंक अधिकारी को उसने इसकी सूचना दी जिसमें पता चला कि उसके लगभग 40 हजार रुपए की निकासी साइबर ठगों ने कर ली। शाखा प्रबंधक के निर्देश पर अकाउंट में बचे शेष राशि लगभग 48 हजार रूपए को भुक्तभोगी जमील ने निकाल लिया। जमील ने बताया कि अगर वह पैसे नहीं निकालता तो ठगी की रकम और बड़ी हो सकती थी।
बताया कि युवक जमील मौलाना आजाद उर्दू यूनिवर्सिटी हैदराबाद में बीएड का छात्र है जो कोरोना काल मे लगे लॉकडाउन में घर लौट लौटा था। मार्च में कॉलेज खुलने की संभावना के बीच, बीएड की पढ़ाई पूरी करने के लिए रिश्तेदारों से कर्ज लिया था और इस प्रकार की घटना हो गई। युवक ने आईईएल थाना में जाकर ऑनलाइल ठगी का लिखित आवेदन दिया है। जिसे साइबर थाना बोकारो को अग्रेसित कर दिया गया है। आईईएल थाना प्रभारी यमुना चौधरी के अनुसार पुलिस मामले की छानबीन में जुटी।