गोमिया। बोकारो जिला पुलिस के बताए आंकड़ों पर यकीन करें तो प्रत्येक साल जिले में क्राइम रेट लगातार कम हो रहा है। लेकिन एक क्राइम की श्रेणी ऐसी है। जिसने पुलिस की भी नाक में दम कर रखा है और यह क्राइम लगातार बढ़ भी रहा है। बोकारो जिले के आईईएल थाना क्षेत्र में बाइक चोरी की घटनाएं जिस तेजी से बढ़ रही है, उससे पुलिस के सामने यह बाइक चोर चुनौती बन कर खड़े हो गए हैं। हर माह किसी न किसी की 1-2 बाइक केवल गोमिया बैंक मोड़ से चोरी हो रही है। यह वह आंकड़ें हैं जिनके मामले थाने में दर्ज हुए हैं। बैंक मोड़ में दिन के उजाले में बाइक चोर की एक कथित गिरोह आंख से काजल चुराने की तर्ज पर बाइक चुराकर ले जाते हैं। पुलिस में मामला दर्ज होता है लेकिन लंबे समय तक इंतेजार के बाद भी न बाइक का पता चलता है न बाइक चोरी करने वालों का। ऐेसे में चोरों के भी हौसले बुलंद हो गए हैं और बाइक चोरी का सिलसिला लगातार जारी है।
बुधवार को गोमिया बैंक मोड़ से पुनः एक हीरो स्प्लेंडर प्लस बाइक JH02AT 6923 की चोरी हो गई। चोरी गई बाइक विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के सदारो निवासी रोहित महतो का है जो गोमिया बैंक ऑफ इंडिया गोमिया शाखा परिसर में खड़ी की थी। भुक्तभोगी ने बताया कि वह बैंक में पैसे निकालने बैंक आए थे। लंच टाइम में बैंक से बाहर निकले तो नजारा चौकाने वाला था, मेरा उक्त मोटरसाइकिल गायब था। आसपास छानबीन भी की लेकिन मोटरसाइकिल का कोई पता नहीं चला, अज्ञात चोरों ने उक्त बाइक को आधे घंटे के भीतर वहां से गायब कर दिया। इस सिलसिले में एक लिखित आवेदन स्थानीय आईईएल थाने में दिया गया है।
इस घटना से पूर्व 7 जनवरी को बोकारो थर्मल थाना क्षेत्र के अरमो पंचायत के मुखिया मनीराम मांझी के भाई बहाराम मुर्मू की हीरो स्पलेंडर प्लस JH10AQ 5603 व 24 नवंबर 2020 को चतरोचट्टी थाना क्षेत्र के चुट्टे पंचायत के सेवई गांव निवासी लखन तुरी की हीरो स्पलेंडर प्रो बाइक JH10AH 0214 की चोरी इसी तर्ज पर की गई।
पूरे मामले में चौंकाने वाली बात यह है कि उक्त तीनों बाइक चोरी की घटना का लोकेशन व बाइक की कंपनी एक ही है। लेकिन अभी तक पुलिस ने बदमाशों को पकडऩे में सफलता हासिल नहीं की है।
किसी अज्ञात गैंग पर शक
स्थानीय लोगों की माने तो जिस प्रकार वाहनों की चोरी का लोकेशन व कंपनी का मिलान होता है, निश्चित रूप से बाइक चुराने वाली किसी गैंग की ओर इशारा करता है। लोगों का कहना है कि आईईएल पुलिस ड्राइविंग लाइसेंस, इन्सुरेंस, हेलमेट सहित कागजातों की जांच करती तो उक्त घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता था।
आईईएल थाना प्रभारी यमुना चौधरी से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। ऐसे मामले से संबंधित अपराधियों की पिछली रिकॉर्ड को भी खंगाला जा रहा है। इस घटनाक्रम में जो दोषी होंगे कार्रवाई की जाएगी।