गोमिया। वन विभाग ने रविवार को गोमिया वन क्षेत्र अंतर्गत सुदूरवर्ती हुरलुंग पंचायत अंतर्गत परसाटांड़ में किए जा रहे अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिया। इस दौरान अतिक्रमण हटाने पहुंची वनरक्षियों के टीम और कब्जेदारों से तीखी नोकझोंक भी हुई। कब्जेदारों ने वन विभाग पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया। लेकिन टीम ने एक नहीं सुनी और अतिक्रमण हटाकर ही दम लिया।
विभागीय प्रभारी वनपाल सह वनरक्षी राजा अहमद रविवार को अतिक्रमण हटाने चार सदस्यीय टीम के साथ पहुंचे थे। उनकी मौजूदगी में परसाटांड़ के दो कब्जेदारों सोना महतो पत्नी कौशिल्या देवी तथा भुनेश्वर महतो की पत्नी बिंदु देवी के निर्माण को वनरक्षियों की टीम द्वारा ढहा दिया गया। वहीं निर्माण सामग्री अपने साथ ले गए। वनपाल अहमद का कहना था कि गुपचुप तरीके से वन भूमि में पक्का निर्माण किया जा रहा था। इसको लेकर वन विभाग के अधिकारी कई बार निर्माणकर्ता को अगाह भी कर चुके थे। इसके बाद भी न मानने पर कार्रवाई की गई है। इसी दौरान विभाग की इस कार्रवाई का कब्जेदारों व उनके परिजनों ने विरोध किया। उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर वन विभाग ने अतिक्रमण हटाया है। उस स्थान पर वह कई साल से काबिज हैं। वनपाल अहमद ने बताया कि विभाग ने वन भूमि से निर्माण हटाया है। पक्का निर्माण किसी भी दशा में वन भूमि पर नहीं होने दिया जायेगा। उन्होंने कब्जेदारों के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। इस दौरान वनरक्षी रवि कुमार, उदय केसरी, विनोद गंझू आदि मौजूद थे।