गोमिया: बेरमो अनुमंडल अंतर्गत गोमिया थाना क्षेत्र के देवीपुर गांव में प्रशासन की अनुमति के बगैर चल रहे धर्म विशेष के आयोजन को लेकर बवाल मच गया। साथ ही बजरंगदल, विहिप व हिंदूवादी संगठनों से जुड़े लोगों ने मौके पर पहुंच जमकर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध करने वालों का आरोप था कि धार्मिक आयोजन की आड़ में बीमारी ठीक करने का झांसा देकर लोगों को मतांतरित करने की साजिश रची जा रही है।
मामला रविवार का है देवीपुर में उस वक्त विवाद की स्थिति खड़ी हो गई जब खेलायचंडी मैदान में चल रहे धार्मिक आयोजन (उपवास, विनती) में गोमिया, होसिर, साड़म, होसिर, तुलबुल, बिरसा, ललपनिया सहित आसपास के एक दर्जन गांवों से करीब एक हजार की संख्या में ग्रामीण महिलाएं जुटी थी और वहीं के कुछ स्थानीय व हिंदूवादी संगठनों से जुड़े लोग पहुंच गए और इसका विरोध करने लगे। स्थानीय निवासी अमित साव, रंजीत साव, दीपक साव आदि लोगों ने बताया कि आयोजन पच्चुलाल यादव के घर में होना था। इस बीच इसकी सूचना बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद एवं अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं को मिली।
मौके पर विरोध कर रहे विहिप के धनबाद विभाग मंत्री विनय कुमार ने बताया कि पिछले कई माह से पच्चू यादव के घर में मतांतरण का खेल चल रहा है। चंगाई सभा का आयोजन कर लोगों को पैसे एवं अन्य वस्तुओं का लोभ दिखाकर मतांतरण कराया जा रहा है। इस मतांतरण में विशेषकर हिंदू धर्म के लोगों को उनके जरूरत के हिसाब से पास्टर व मिशनरियों द्वारा प्रलोभन दिया जाता है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में हिंदुओं के घर जाकर मिशनरियों के द्वारा उन्हें बहलाया फुसलाया जाता है और उनको अपने घर में सभा करने के लिए प्रेरित किया जाता है, जो कि षड्यंत्र के तहत किया जा रहा है।
सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों सहित दर्जनों की संख्या में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता घटनास्थल पहुंचे। इसके बाद वहां आयोजित प्रार्थना सभा को रोक कर गोमिया थाना पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस के देवीपुर स्थित खेलाचंडी मैदान आने से पहले ही महिलाएं वहां से भाग निकलीं और पच्चू यादव के घर में प्रार्थना सभा का आयोजन कर दिया। आयोजन पर आपत्ति और मतांतरण के गंभीर आरोप को देखते हुए गोमिया थाना प्रभारी राजेश रंजन सदलबल महिला पुलिसकर्मियों के साथ उक्त आवास पहुंची और सैकड़ों कि संख्या में जमे ग्रामीण महिलाओं को घर से बाहर निकाला। वहीं घर की मुखिया पच्चू यादव की पत्नी बिंदु देवी को तत्काल घर में किसी भी प्रकार के गतिविधि को रोकने के निर्देश दिए है। थाना प्रभारी रंजन ने मामले में हस्तक्षेप कर किसी को भी कानून हाथ में न लेने की कड़ी हिदायत दी। विरोध करने वालों को मौके से वापस भेजा गया। समझाइश दी गई कि मामला पुलिस के संज्ञान में आ चुका है इसलिए तथ्यों के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ।
इधर गोमिया थाना प्रभारी राजेश रंजन ने सैकड़ों की संख्या में मौजूद महिलाओं को दोबारा अन्यत्र व अकारण भीड़ नहीं लगाने कि हिदायत दी है वहीं मकान मालिक को भी आगे इस इस तरह के कार्यक्रम व भीड़ इकट्ठा नहीं करने की सख्त हिदायत दी है।
थाना प्रभारी राजेश रंजन ने बताया कि बिना अनुमति कार्यक्रम चल रहा था। कुछ लोग आयोजन का विरोध करने पहुंचे थे। उनका आरोप था कि आयोजन के बहाने मतांतरण कराया जा रहा था। आगे जांच की जा रही है। तथ्यों और साक्ष्यों के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।
वहीं एक पक्ष से ग्रामीणों ने थाने पहुंच कर पुलिस से क्षेत्र में संचालित अवैध गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है तो वहीं दूसरे पक्ष की बिंदु देवी ने कहा है कि उन्होंने उक्त भीड़ को अपने यहां नहीं बुलाया था।