बैंक मोड़ स्थित टॉप केयर सेवा सदन में इलाज में लापरवाही के कारण ग्रामीण महिला की मौत और गच्छित मुआवजा न देने का आरोप लगाते हुए अस्पताल का शटर बंद कर किया धरना प्रदर्शन
गोमिया। गोमिया बैंक मोड़ स्थित टॉप केयर सेवा सदन प्रबंधन पर ग्रामीण महिला को गलत इलाज करने और उसकी मृत्यु उपरांत मुआवजे के रूप में इकरारनामे की गच्छित राशि ने देने के खिलाफ शुक्रवार को गोमिया प्रखंड के सिंयारी पंचायत से सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों ने टॉप केयर सेवा सदन के प्रांगण में जमकर नारेबाजी की और धरना-प्रदर्शन किया।
इस दौरान जिप सदस्य डॉ. सुरेंद्र राज, पूर्व प्रमुख गुलाब चंद्र हांसदा, सिंयारी पंचायत के मुखिया रामवृक्ष मुर्मू, उप मुखिया बाबूचंद मांझी सहित कई गणमान्य लोगों ने गरीब मृत महिला के परिजनों को मुआवजा दिलाने की मांग की।
निजी अस्पताल का शटर डाउन कर प्रांगण में बैठकर नारेबाजी कर रहे वक्ताओं ने कहा कि सिंयारी निवासिनी अरुणा देवी की यूटरस ऑपरेशन हुआ था जिसके बाद से वह और ज्यादा बीमार रहने लगी और बीते नवंबर को उसकी मौत हो गई थी, इसके बाद उसके परिजन मुआवजे की मांग को लेकर संस्थान के चिकित्सक व संचालक से संपर्क की। बताया कि अंतोगत्वा 1 लाख 75 हजार रुपए की राशि देनदारी की सहमति बनी। इकरारनामा बना की नवंबर माह तक कुल मुआवजे राशि का भुगतान कर दिया जाएगा लेकिन नवंबर माह बीत जाने के बावजूद मात्र 25 हजार का भुगतान किया गया जिससे आक्रोशित परिजन व गांव वालों ने अस्पताल का शटर गिराकर धरना प्रदर्शन किया। इनका कहना था कि संचालक के द्वारा ससमय मुआवजा नहीं दिए जाने से पीड़ित परिवार मुआवजा से वंचित है।
वहीं संचालक कुमार प्रवीण ने बताया कि वे अभी किसी जरूरी काम से बाहर हैं लौटते ही रविवार को मामले में विचार किया जाएगा। तब कहीं जाकर मामला सामान्य हुआ।
धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से गुलाब चंद्र प्रजापति, साहेब राम मांझी, मो. असलम, दीपक करमाली, प्रकाश करमाली, नारायण गोप, जुगल भुइयां, गुरुलाल बेसरा, सरिता टुडू, शंभु करमाली, सुनीता देवी, बैजनाथ रविदास, सुमिता देवी, बबिता देवी, मंजू देवी, पूनम देवी सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।