नकाबपोश व हथियारबंद अपराधियों ने तेनुघाट में सुरक्षा गार्ड को बंधक बनाकर पेयजल पाइप की लूट की घटना को दिया अंजाम, पुलिस ने मामला दर्ज कर पाइप को किया बरामद, एक आरोपी गिरफ्तार
गोमिया। बेरमो अनुमंडल के तेनुघाट ओपी क्षेत्र अंतर्गत घरवाटांड़ पेयजलापूर्ति योजना के लिए रखे गये करीब लाखों रुपये मूल्य के 30-40 पीस पाइप को दर्जनों की संख्या में आए अज्ञात हथियार बंद अपराधियों ने लूटकर चलते बने।
घटना के संबंध में पेयजलापूर्ति योजना में लगे हजारीबाग की ठेका कंपनी एसके कंडेंशन के मुंशी जय हिंद पांडेय ने बताया कि कंपनी ओपी क्षेत्र के घरवाटांड़ और आसपास के ग्रामीण इलाकों में पेयजल पाइप लाइन बिछाने का काम कर रही है। कंपनी ने लाखों रुपये मूल्य का पाइप स्टोर कर रखा था। बीती रात साढ़े दस बजे करीब एक दर्जन से अधिक नकाबपोश व हथियारबंध लोग वहां पहुंचे। सभी ने पाइप की सुरक्षा में तैनात गार्ड मदन यादव और मटुकधारी यादव को बंधक बनाकर पीटा और दोनों की मोबाइल छीन ली। साथ ही ट्रक में पाइप लादकर भाग खड़े हुए। मुंशी जयहिंद पांडेय ने बताया कि अपराधियों द्वारा कस्टन पाइप चोरी की यह पहली घटना नहीं है इससे पूर्व भी उसी साइट से पाइप की चोरी हुई है और ओपी में मामला भी दर्ज कराया गया है।
जयहिंद पांडेय ने बताया कि बीती रात गार्ड ने वारदात की सूचना मुझको दिया जिसके बाद रविवार सुबह मेरे लिखित आवेदन के आधार पर तेनुघाट ओपी में मामला दर्ज कराया गया है।
वहीं मामला दर्ज होते ही उच्चाधिकारियों के निर्देशन तेनुघाट ओपी प्रभारी सुनील कुमार के नेतृत्व में टीम गठित कर अपराधियों को दबोचने की कार्रवाई शुरू की गई। छानबीन से पता चला कि अपराधी बेरमो की ओर भागने की बात कर रहे थे। थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि बेरमो पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में फुसरो स्थित ओम सिंह नामक कबाड़ी के यहां उक्त पाइप टुकड़ों में बरामद की गई है जिसकी संख्या 50 है वहीं एक आरोपी को भी हिरासत में लिया गया है। हालांकि अपराधियों द्वारा पाइप लूट में उपयोग किए गए वाहन को अप्राप्त बताया है। बताया कि गिरफ्तार आरोपी गोमिया के कोठीटांड़ निवासी बिजय पासवान है। पुलिस को देखकर सभी अपराधी भाग गए। थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि पुलिस अग्रिम कार्रवाई कर रही है। कबाड़ी संचालक दोषी पाए जाते हैं तो वह भी अप्राथमिक अभियुक्त की श्रेणी में होगा।
वहीं दिलचस्प यह भी है कि मुंशी द्वारा पुलिस को दिए गए आवेदन में कहीं भी नकाबपोश व हथियारबंध अपराधियों द्वारा लूट की बात नहीं कही गई है। जो पुलिस व लोहा माफिया के संबंध में मधुरता को दर्शाता है।
ऐसा इसलिए भी कहा जा सकता है क्योंकि बेरमो अनुमंडल क्षेत्र में संचालित लोहा के अवैध कारोबार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। अनुमंडल क्षेत्र के कई थाना क्षेत्रों में लोहा का अवैध कारोबार बड़े पैमाने पर फल फूल रहा है। हर दूसरे तीसरे दिन किसी न किसी थाना क्षेत्र में लोहा चोरी की घटना को अंजाम दिया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि पुलिस करवाई नहीं करती, करवाई भी करती है और गिरफ्तार भी किया जाता है, लेकिन सिर्फ प्यादों तक पहुंच पाती है, राजनीतिक संरक्षण के कारण मुख्य सरगना व माफिया बच जाते हैं। आज फुसरो में हुई छापेमारी में भी कुछ ऐसा ही हुआ है। सिर्फ एक प्यादा गिरफ्त में आया, उसपर मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया। अब बताइए इसे राजनीतिक संरक्षण नहीं तो और क्या कहेंगे। ऐसे अभी भी पुलिस की करवाई लगातार जारी है, थाना प्रभारी द्वारा अवैध कारोबारियों की तलाश में छापेमारी अभियान चलाए जाने की बात कही जा रही है और हो सकता है जाने अंजाने किसी सरगना के गिरेबान तक पहुंच भी जाए!