गोमिया। बेरमो अनुमंडल के गोमिया थाना क्षेत्र अंतर्गत अति नक्सलग्रस्त सिंयारी पंचायत के बड़की कोयोटांड़ व कांशीटांड़ के बीच घने जंगल में शनिवार देर शाम को एक व्यक्ति का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। यह खबर क्षेत्र में आग की तरह फैली। शव काफी सड़ा-गला है देखने में ऐसा लग रखा है कि यह शव पिछले काफी दिनों से यहां पड़ा हुआ है।
घटनास्थल पहुंचे ग्रामीणों के अनुसार, सिंयारी पंचायत के बड़की कोयोटांड़ व कांशीटांड़ गांव के कोयलवागढ़ा के जंगल जो डुमरी बिहार रेलवे स्टेशन व दनिया रेलवे स्टेशन के बीच पोल संख्या 57/41 व 58/01 के बीच आता है। रेलवे लाइन से 50 मीटर दूर घने जंगल में नाले के समीप यह शव है। इस पर जंगल में पशुओं को चरा रहे लोगों की नजर पड़ी तो उन्होंने ही घर के अन्य सदस्यों व आम ग्रामीणों को इस बारे में बताया।
मौके पर ग्रामीणों ने नाम प्रकाशित न करने के शर्त पर सहयोग दिया तब जाकर घटनास्थल तक पहुंचा जा सका। शव के ज्यादा सड़ा-गला होने के चलते अभी तक व्यक्ति की शिनाख्त नहीं हो सकी है। वहीं शव का सर भी गायब है। जिस कारण उसका पहचान करना और भी मुश्किल हो रहा है।
शव देखने से 15-20 दिन पुराना फेंका हुआ प्रतीत होता है सामने एक हरा रंग का खाली बैग, थोड़े चावल, मौजा, दो पानी के बोतल, खैनी, नीला बेडसीट, गमछा, चादर सहित अन्य सामग्री पड़ा है। शव एक पेड़ में फंसी है लेकिन शव के सर का पता नहीं चल सका है।
बात दें कि 28 जुलाई से तीन अगस्त तक नक्सलियों द्वारा शहीदी सप्ताह मनाने का एलान किया गया है। नक्सली शहीदी सप्ताह पुलिस एनकाउंटर में मारे गए अपने पुराने साथी की याद में मनाते हैं। जिसमें किसी वारदात को अंजाम देने की परंपरा होती है। इस लिहाज से भी पुलिस संवेदनशील क्षेत्रों में चौकसी बढ़ा दी है। परंतु शव की सूचना नही मिलना भी संदेहास्पद है।
गोमिया थाना प्रभारी राजेश रंजन ने बताया कि शव मिलने की सूचना आपके माध्यम से मिली है। शव किस अवस्था मे वहां तक पहुंची है यह जांच का विषय है। मामला हत्या या आत्महत्या से जुड़ा हो सकता है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।