गोमिया। गोमिया प्रखंड के नक्सलग्रस्त सिंयारी पंचायत के उदा गांव निवासी युवक संतोष सिंह (36) की मौत रामगढ़ के एक निजी कंपनी में कार्य करने के दौरान करंट लगने से गई। घटना के संबंध में बताया जाता है कि संतोष कंपनी में सरिया से संबंधित काम करता था। गुरुवार को भी संतोष अपने सहकर्मी के साथ संबंधित कार्य में व्यस्त था। सरिया सीधा करने के क्रम में किसी हाइटेंशन बिजली तार के संपर्क में आ गया जिससे वह गंभीर रूप से झुलस कर घायल हो गया था। जिसे आनन फानन में रांची रिम्स में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान गुरुवार देर रात उसकी मौत हो गई।
कंपनी के द्वारा दूरभाष पर घटना की सूचना मृतक के परिजनों को दिए जाने के बाद पूरे गांव में शोक का माहौल है वहीं परिजनों का रोरोकर बुरा हाल है। शुक्रवार को रिम्स से पोस्टमार्टम कर मृतक के शव को परिजनों को सौप दिया गया। गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद के निर्देशन सिंयारी पंचायत के मुखिया रामवृक्ष मुर्मू समाजसेवी लालदीप सोरेन आदि ने परिजनों के साथ शव लेकर कंपनी प्रबंधन से मुआवजे की मांग करने लगे। मुखिया रामवृक्ष मुर्मू ने बताया कि 4 लाख चेक व 25 हजार नकद कुल सवा चार लाख रुपए मुआवजे के रूप में देने पर सहमति बनी तब जाकर शुक्रवार देर शाम मृतक संतोष का शव पैतृक गांव सिंयारी के उदा पहुंचा जहां पूरा गांव शव देखने उमड़ पड़ा। शव पहुचते ही पत्नी सोनिया देवी शव से लिपटकर दहाड़ मारकर रोने लगी। वहीं छोटे भाई अशोक सिंह ने बताया कि वह दो माह पूर्व से ही रामगढ़ में मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था। बताया कि संतोष परिवार में एक मात्र कमाऊ था। घटना के बाद मृतक के पुत्री शिवानी कुमारी (7), सुहानी कुमारी (5) व पुत्र शिवा कुमार (2) का रो-रोकर बुरा हाल है।