गोमिया। तेनुघाट उप कारा में हत्या के मामले में (अंडर ट्रायल) विचाराधीन बंदी आईईएल थाना क्षेत्र के लटकुट्टा निवासी विचाराधीन (अंडर ट्रायल) बंदी बंधु ठाकुर (71) वर्ष की मौत बीती रात को इलाज के दौरान तेनुघाट स्थित अनुमंडलीय अस्पताल में हो गई।
पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है। उप कारा के प्रभारी जेलर नीरज कुमार ने कहा कि, बंदी आईईएल थाना कांड संख्या 03/2020 के अंतर्गत 302, 34 के मामले में (अंडर ट्रायल) विचाराधीन था। वह 8 अप्रैल को जेल गया था। वह उम्रदराज व बांया पक्ष से (पक्षाघात) लकवाग्रस्त था और उसे कारा अस्पताल में हीं कारा चिकित्सक द्वारा इलाज कराया जा रहा था। बताया कि गुरुवार शाम को अचानक उसे सांस लेने में दिक्कत के बाद उसे रात 09:10 बजे अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां देर रात 11:07 बजे उसकी मौत हो गई।
क्या कहते हैं अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी ?
मामले में पूछे जाने पर अनुमंडलीय अस्पताल बेरमो के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शंभु कुमार ने बताया कि बंदी मरीज को गंभीर अवस्था मे भर्ती कराया गया जहां प्राथमिक इलाज के बाद बाहर भेजने की तैयारी थी। इसी दौरान इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई।
दामाद ने लगाया लापरवाही का आरोप
मृतक कैदी बंधु ठाकुर के बड़े पुत्र टिंकू ठाकुर व दामाद बिनोद ठाकुर ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है कि उसके पिता ठीक ठाक थे, बुधवार को जेल प्रशासन से टेलीफोनिक सूचना मिली थी कि वे बीमार हैं जिसके बाद गुरुवार को वे अपने परिजनों के साथ मृतक से मिलने भी पहुंचे थे। लेकिन जेल प्रशासन ने उन्हें मिलने नहीं दिया। शुक्रवार को साढ़े नौ बजे मिलने के लिए आने को बोला गया उससे पूर्व आठ बजे सुबह हीं जेल प्रशासन द्वारा सूचना मिली कि बंदी बंधु ठाकुर की मौत हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि बंधु ठाकुर की मौत जेल में ही इलाज के आभाव में हो चुकी थी। जेल प्रशासन द्वारा आनन फानन मे मृत अवस्था में बंदी को अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया। बेटे व दामाद ने बताया कि आईईएल थाना प्रभारी पर भी सरेंडर व गिरफ्तारी के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था, अंततः 8 अप्रैल को बंधु ठाकुर कोर्ट में सशरीर स्वस्थ हालात में सरेंडर किया था।
इसी प्रकार मृतक की पत्नी मूर्ति देवी ने भी जेल प्रशासन पर सूचना में देरी सहित अन्य गंभीर आरोप लगाया है। वहीं घटना के बाद अस्पताल में पहुंचे मृतक की पुत्री चमेली देवी, पोते शिवम ठाकुर, सहित छोटी बहू बबिता देवी का रो-रोकर बुरा हाल है।
परिजनों ने शव लेने से किया इनकार होता रहा हंगामा
विचाराधीन बंदी बंधु ठाकुर की मौत की सूचना पर पहुंचे मृतक की पत्नी मूर्ति देवी, बड़े पुत्र टिंकू ठाकुर, बेटी बबिता देवी, दामाद बिनोद ठाकुर, पोता शिवम ठाकुर ने शव का पोस्टमार्टम व अपनाने से मना कर दिया है। इस दौरान संबंधियों ने जेलर सहित जेल प्रशासन पर लापरवाही और कुव्यवस्था का आरोप लगाते हुए मौजूद पुलिसकर्मियों को अग्रिम कार्रवाई करने से रोक दिया और जमकर हंगामा करने लगे। संबधियों ने मृतक की जेल में हीं मौत हो जाने, जेल प्रशासन द्वारा आनन फानन मे मृत अवस्था में अस्पताल लाने सहित कई आरोप लगाते रहे।
दो घंटे तक हुए हंगामा के बाद तेनुघाट ओपी प्रभारी प्रशांत कुमार सिंह, एसआई प्रशांत कुमार के द्वारा शव को पोस्टमार्टम के लिए कृत कार्रवाई में जुटे हुए थे।