गोमिया। बेरमो अनुमंडल के चतरोचट्टी थाना क्षेत्र में होली पर्व के बाद दो अलग अलग घटनाओं में दो नाबालिग छात्राओं द्वारा फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या किए जाने का मामला सामने आया है।
एक घटना थाना क्षेत्र के कतवारी गांव में रविवार दोपहर की है जहां संदेहास्पद स्थिति में एक नाबालिग का शव घर में ही फंदे से लटका मिला। उसकी मौत किस परिस्थिति में हुई, इसके बारे में परिजन व ग्रामीण कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार मृतका की पहचान कतवारी गांव निवासी चंद्रदेव महतो की 15 वर्षीय पुत्री लक्ष्मी कुमारी के रूप में हुई है। घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा है।
पिता चंद्रदेव महतो से मिली जानकारी के अनुसार सभी परिजन खेत में काम करने गए थे दोपहर को घर पहुंचने पर देर तक घर में किसी प्रकार की हलचल नहीं देख लक्ष्मी को आवाज लगाई। कुछ जवाब नहीं मिलने पर मृतका का भाई सूरज कुमार ने खिड़की से देखा कि बहन का शव उसके घर के कमरे में छत पर लगे सीलिंग फैन में लगे फंदे से लटक रहा है। इसके बाद रोते-बिलखते भाई ने आनन-फानन में पिता सहित अन्य परिजनों को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही सभी काम छोड़कर दौड़े-भागे पहुंचे और ग्रामीणों के सहयोग से फंदे से शव को नीचे उतारा। परिजनों ने बताया कि नाबालिग फांसी के फंदे पर कैसे व किस परिस्थिति में लटकी इसकी कोई जानकारी नहीं है। परिजनों ने मृतका के संबंध में कमजोर मानसिक संतुलन की भी बात कही है।
बहरहाल पूरी घटनाक्रम से चतरोचट्टी थाना प्रभारी नीरज कुमार ने अवगत कराते हुए बताया कि सूचनोपरांत जब वे घटनास्थल पर पहुंचे तो शव को फंदे से उतारा जा चुका था। पूछताछ में परिजनों ने बताया कि उन्होंने ही शव को फंदे से उतारा था। थाना प्रभारी ने बताया कि प्राथमिक जांच में शव के गले मे रस्सियों का निशान पाया गया है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडलीय अस्पताल भेजा गया है। मौत की विस्तृत जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही आ सकेगी।
घटना के बाद मां कविता देवी, बहन सुमन कुमारी, भाई सूरज कुमार सहित परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
इसीप्रकार एक और घटना थाना क्षेत्र के ही मुरपा गांव निवासी रामचंद्र महतो की नाबालिग पुत्री सह कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय गोमिया की कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा ममता कुमारी (15) भी बीते शुक्रवार की देर रात फंदे लटककर जान दे दी है। छात्रा की मां नेमिया देवी ने बताया कि छात्रा ग्यारहवीं में पढ़ाई करती थी। छुट्टी के दिनों में घर लौटी थी। रात में खाना खाने के बाद सोने चली गई, सुबह कमरे में बंद छात्रा का शव छत की कड़ी से लटकती पाई गई। नाबालिग के पिता रामचंद्र महतो ने भी फांसी की वजह खराब मानसिक संतुलन ही बताया है।