गोमिया। गोमिया के बड़की सीधाबारा निवासी हिरामन महतो (53) महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पलायन का भेंट चढ़ गया। जानकारी के अनुसार हिरामन औरंगाबाद के बैजापुर में किसी निजी कंपनी में कार्यरत था। काम करने के दौरान सडक दुर्घटना में वह गंभीर रूप से घायल हो गया था जिसे ईलाज के लिए किसी अस्पताल में भर्ती कराया गया बीती रात ईलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई। बताया जाता है कि मृतक वहां मजदूरी का कार्य कर अपने परिवार की जीविका चलाता था। हाल ही में वह आर्थिक तंगी से परेशान काम की तलाश में महाराष्ट्र गया था। अचानक सोमवार को उनके परिजनों को फोन पर इस घटना की सूचना मिली। इसकी सूचना मिलते ही पत्नी पेमियां देवी ,पुत्र जयराम महतो,दिलीप महतो व बेटी बसंती कुमारी सहित परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। हिरामन की मौत की सूचना से पूरे गांव में गम का माहौल है। मृतक का शव देर बुधवार रात तक आने की सूचना है।
वहीं इस घटना को लेकर प्रवासी मजदूरों के हित में काम करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली ने भी संवेदना प्रकट करते हुए कंपनी से उचित मुआवजे की मांग करते हुए कहा कि झारखंड में युवाओं की मौत के मुंह में समा जाने की यह पहली घटना नहीं है, इससे पूर्व भी कई लोगों की मौत पलायन के दौरान हो चुकी है। इधर मजदूरों का पलायन तेजी से हो रहा है उधर सरकार मजदूर हित में कुछ पहल नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को झारखण्ड में ही रोज़गार के ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए जिससे मजदूरो का पलायन रुक सके। वही परिजनो ने भी सरकार और जनप्रतिनिधियो से मदद की गुहार लगायी है।