गोमिया। बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड पिछले कई दिनों से प्रचंड शीतलहरी से प्रभावित है, ठंड से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सोमवार को गोमिया के कोठीटांड में इस ठंड के चपेट में आने से पांच वर्षीय बच्चे की मौत हो गई और गांव में मातम छा गया। परिजनों द्वारा बच्चे को जीवित करने के लिए अस्पताल से लेकर झाड़-फूक तक किया गया परंतु घंटों प्रयास के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका।
बच्चे के पिता नारायण पासवान ने बताया कि ठंड लगने के कारण बीती रात उसके पांच वर्षीय एकलौते पुत्र हर्ष पासवान अचानक बीमार पड़ गया और उल्टी-दस्त शुरू हो गई। बताया कि किसी तरह रात को दवा खिलाकर सुलाया, इस दौरान रात में कई बार तबियत बिगड़ी और उल्टी दस्त दोबारा से शुरू हो गया। बताया कि सुबह नजदीकी एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां स्थिति गंभीर होने की बात कहकर प्राथमिक जांच कर रहे चिकित्सकों ने बोकारो जनरल अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन बीजीएच पहुंचने पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक के पिता ने बताया कि हमलोगों को संतुष्टि नहीं हुई और बच्चे के जीवित होने की आस में बोकारो के एक अन्य अस्पताल भी लेकर गए लेकिन वहां भी निराशा हाथ लगी और चिकित्सकों ने जीवित नहीं होने की बात कही गई। पिता ने यह भी बताया कि गोमिया से बीजीएच जाने के दौरान रास्ते में एक अन्य अस्पताल में भी बच्चे का इलाज कराया लेकिन वहां भी मौत हो जाने की पुष्टि की गई थी बावजूद आस में बीजीएच तक चला गया। अंततः अब थक हारकर घर लौट आए।
निराश घर लौटे बच्चे के पिता ने बताया कि बच्चे के जीवित होने की आस मे जो कुछ कर सकते हैं उन्होंने किया। ना सिर्फ 100 किमी के दायरों पर स्थित कई अस्पतालों का चक्कर लगाया बल्कि घर लौटने के बाद किसी ने झाड़ फूंक की सलाह दिया तो जीवित होने की आस में उसे भी मानकर घंटो तक झाड़-फूंक कराता रहा।
लेकिन मौत तो मौत होती है, जो एकबार चला जाता है वह लौट कर दोबारा फिर कभी नहीं वापस नहीं आता। अंततः यह बात गांव के लोगों ने परिजनों को समझाया और गांव वालों के पहल पर देर शाम बच्चे का अंत्येष्टि कराया गया।
घटना के बाद मृत बच्चे की मां ममता देवी सहित परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है वही घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया है।