गोमिया। गोमिया में कड़ाके की सर्दी के बावजूद अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। आलम ये है कि दिनी व दिहाड़ी मजदूर, गरीब कूड़ा-कचड़ा जलाकर किसी तरह इन सर्द रातों का मुकाबला कर रहे हैं। जब तक कूड़ा जलता है राहत मिलता है, जैसे ही कूड़ा खत्म हो जाती है वही हाड़ कंपाती ठंड शुरू जाती है। सरकारी कंबलों का भी कुछ अता-पता नहीं है।
गुरुवार सुबह कुछ मजदूर गोमिया बैंक मोड़ स्थित टैक्सी स्टैंड में अगल बगल के सुखी झाड़ियों व कचड़ा चुनकर हाथ सेंकते नजर आए तो वहीं कुछ लोग खुले में पेड़ के नीचे लेटे हुए दिखाई दिए। पूछने पर पता चला कि वे सभी किसी बोरवेल कंपनी में काम करते हैं मालिक की ओंर से भी उन्हें ठंड से बचने के लिए कोई जुगाड़ नहीं दिया गया है।
इधर कड़ाके की सर्दी को देखते हुए प्रखंड प्रशासन की तरफ से भी कोई जुगाड़ के उपाय नहीं किया गया है। न हीं क्षेत्र में स्थापित विभिन्न कंपनियां आईपीएल ओरिका, सीसीएल प्रबंधन इस ओंर ध्यान दे रही है। चारों ओर प्रशासन और प्रबंधन की संवेदनहीनता नजर आ रही है। गोमिया बीडीओ कपिल कुमार ने बताया कि दो चार दिन से ठंढ बढ़ी है, चौराहे-चौराहे पर अलाव जलाने के निर्देश के आईईपीएल ओरिका व सीसीएल प्रबंधन को दिए जाएंगे।