गोमिया। बीते पांच-छः माह से मानदेय नहीं मिलने के कारण गोमिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के 35 डाटा इंट्री ऑपरेटरों ने बुधवार को अस्पताल परिसर में सांकेतिक धरना- प्रदर्शन किया। स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारे लगाए। कई महिला डाटा ऑपरेटर भी धरना-प्रदर्शन में शामिल थीं। प्रदर्शनकारी डाटा-इंट्री ऑपरेटर ओपीडी के पास प्रदर्शन कर रहे थे।
सभी डाटा ऑपरेटर पांच महीने से बकाया मानदेय को अतिशीघ्र भुगतान करने का नारा लगा रहे थे। इस कारण वैक्सिनेशन का कार्य लगभग तीन घंटे तक बाधित हो गया। लेकिन स्वास्थ्य विभाग का कोई भी अधिकारी उनको शांत कराने तक नहीं पहुंचा। धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते डाटा ऑपरेटर अतिशय कुमार ने कहा कि हमलोग कोरोना काल के तहत हायर किए गए कर्मचारी प्रति कार्य दिवस (डेली वेजेज) के रूप में कार्यरत है। अगस्त माह से लेकर दिसंबर माह तक का मात्र छः माह का वेतन भुगतान नहीं किया गया है। डाटा एंट्री ऑपरेटर ने बताया कि मानदेय नहीं मिलने के कारण भुखमरी की स्थिति कायम हो गई है। कहा कि दुर्गापूजा पर्व पर भी मानदेय का नहीं मिलना, कहां तक जायज है।
तीन घंटे तक बाधित रहा वैक्सिनेशन
डाटा एंट्री ऑपरेटरों के सांकेतिक धरना प्रदर्शन पर चले जाने के कारण तीन घंटे तक फर्स्ट व सेकंड डोज लेने आए रजिस्ट्रेशन का कार्य बाधित रहा। बताया कि कोरोना काल से ही डाटा ऑपरेटर काम करते आ रहे हैं लेकिन मानदेय नहीं मिला।
सूचनोपरांत पहुंचे प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जितेंद्र कुमार ने बताया कि अभी तुरंत मामला संज्ञान में आया है ये सभी डाटा ऑपरेटर डेली वेजेज तहत कार्यरत हैं। डाटा एंट्री ऑपरेटरों के समस्याओं को उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है राज्य स्वास्थ्य समिति से फंड आने के साथ ही भुगतान कर दिया जाएगा। तब जाकर ऑपरेटरों ने धरना प्रदर्शन समाप्त किया।
मौके पर मो. रिजवान अंसारी, मो. साहिल, अंकित कुमार प्रजापति, शशांक कुमार, राहुल कुमार, महावीर कुमार, चांदनी सिन्हा, मो. तनवीर, महावीर कुमार सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।