रामगढ़ जिला का गोला स्थित रजरप्पा ओपी. जहां पुलिस अधिकारी गश्ती वाहन में नही बल्कि पैदल करते है. कारण यह हैं कि गश्ती के लिए वाहन ही नही हैं. जो दुर्भाग्यपूर्ण बात है. देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ रजरप्पा मां छिन्नमस्तिका मन्दिर में वर्ष 2010 में मूर्ति विखंडन की घटना घटी थी. जिसके बाद मन्दिर के दूसरे छोर गोला में रजरप्पा ओपी का निर्माण कराया गया था. ताकि मन्दिर की सुरक्षा व्यवस्था सख्त रहे. पर दुर्भाग्यपूर्ण बात यह हैं कि रजरप्पा ओपी तो जल्दबाजी में बना दिया गया. पर ओपी में सुविधा के नाम पर ठेंगा है. कारण यह हैं कि रजरप्पा ओपी में पुलिसकर्मियों को गश्ती के लिए वाहन नही दिया गया हैं, और न ही ओपी परिसर में लाइट की व्यवस्था है. शाम ढलते ही रजरप्पा ओपी अंधेरे में डूब जाता हैं. आपको बता दें कि लगभग 7 माह पूर्व ओपी के कुछ दूरी से ही नक्सलियों ने पुल निर्माण कार्य मे लगे मुंसी हो उठाकर ले गए थे. इतनी बड़ी घटना के बाद भी पुलिस प्रशासन सोई हैं. स्थानीय निवासी सुधीर मंगेलश का कहना हैं कि रजरप्पा मन्दिर ओपी तो बन गया हैं, पर ओपी में पेट्रोलिंग वाहन नही होना एक दुर्भाग्यपूर्ण बात हैं. ओपी में लाइट की भी व्यवस्था नही हैं जिस कारण शाम ढलते ही पूरा ओपी अँधेरा में तब्दील हो जाता हैं. एसपी सर से मांग करते हैं कि पेट्रोलिंग वाहन उपलब्ध कराया जाय ताकि पुलिज़ को पेट्रोलिंग में सुविधा हो सकें.