संविधान दिवस के दिन गोमिया के एक सरकारी स्कूल के प्रधानाध्यापक ने नाबालिग चौथी की छात्रा की आबरू से किया खिलवाड़, छात्रा के परिजनों ने प्रधानाध्यापक के खिलाफ दर्ज कराया केस, गोमिया थाना की पुलिस कार्रवाई में जुटी
गोमिया। जी हां गोमिया थाना क्षेत्र में संविधान दिवस के दिन एक ऐसा ही वाकया सामने आया है जब पूरा राष्ट्र संविधान की प्रस्तावना पढ़कर संविधान बचाने की शपथ दिलाई जा रही थी। उसी दिन एक प्रधानाध्यापक के द्वारा नाबालिग छात्रा की आबरू से खिलवाड़ किया जा रहा था। इस संबंध में नाबालिग 10 वर्षीय छात्रा के परिजनों ने नाबालिग छात्रा से छेड़छाड़ की एक लिखित शिकायत थाना प्रभारी आशीष खाखा से की है।
शिकायत के अनुसार आवेदन में कहा गया है कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय बिरसा के प्रधानाध्यापक कृष्णानंद चौधरी 26 नवंबर दिन शुक्रवार को विद्यालय में छुट्टी उपरांत सभी बच्चों को जाने दिया जबकि चौथी कक्षा की उक्त नाबालिग को किसी काम की बात कहकर स्कूल में ही रोक लिया।
परिजनों ने पुलिस को बताया कि इसी दौरान प्रधानाध्यापक द्वारा नाबालिग को खाली क्लास रूम में ले जाकर उसके साथ अनैतिक व्यवहार किया गया। आवेदन के आधार पर गोमिया थाना प्रभारी आशीष खाखा ने मामला दर्ज कर लिया है।
थाना प्रभारी ने बताया कि भादवि की धारा 376/506/511 व संशोधित पोक्सो एक्ट 2012 के 8/10 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। आवेदन में पीड़िता ने बताया है कि जब वह स्कूल में पढ़ने गई थी तभी प्रधानाध्यापक द्वारा छात्रा के साथ अश्लील हरकत किया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि युवती को मेडिकल व 164 के बयान की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। वहीं आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए भी पुलिस संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी अभियान चला रही है।
वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर क्षेत्रीय शिक्षा पदाधिकारी सह गोमिया के प्रभारी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी दिनेश कुमार मिश्रा ने कहा कि अभी इस मामले पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है क्योंकि कोरोना के मद्देनजर सभी स्कूलों की एक से पांच तक की कक्षाएं स्थगित है।
अब बड़ा सवाल है कि 26 नवंबर संविधान दिवस के दिन जब सभी स्कूलों में एक से 5 तक की कक्षाएं बंद थी तो उत्क्रमित मध्य विद्यालय बिरसा जो वर्तमान में "प्राथमिक विद्यालय बिरसा" को क्यों, कैसे व किन परिस्थितियों में खोला गया ?