ओरिका कंपनी के जीएम राकेश कुमार खुद को हिटलर से कम नहीं समझते है – अनूप सिंह, ओरिका कंपनी के घेराव व धरना प्रदर्शन करने के दौरान बेरमो विधायक ने कंपनी प्रबंधन को चेतावनी भरे शब्दों में कहा
गोमिया। गोमिया स्थित बहुराष्ट्रीय कंपनी इंडियन एक्सप्लोसिव प्राइवेट लिमिटेड ओरिका बारूद कारखाना में पूर्व घोषित कार्यक्रम इंटक मजदुर यूनियन द्वारा घेराव को लेकर मुख्य अतिथि के रूप में बेरमो विधायक कुमार जयमंगल सिंह उर्फ़ अनूप सिंह व विशिष्ट अतिथि गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद सोमवार को गोमिया बारूद कारखाना पहुंचे, जहाँ इंटक से संबद्ध इंडियन एक्सप्लोसिव कर्मचारी संघ के मजदूरों को संबोधित किया। इस दौरान यूनियन के सदस्यों ने विधायक व पूर्व विधायक को 25 किलो के फूलों की माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया।
यहां बेरमो विधायक कुमार जयमंगल सिंह ने यूनियन के सदस्यों को संबोधित करते हुए आईईपीएल ओरिका बारूद कारखाना में कार्यरत कर्मचारियों के मांगों को दोहराया और कहा कि बीते 40-50 वर्षों से यह कंपनी यहाँ के लोगों का शोषण करते आ रही है।
सीएसआर भी खर्च नहीं करती
दुर्भाग्यपूर्ण है कि 1954-55 मे गोमिया में मुफ्त में जमीन का आवंटन कर यहां बारूद कारखाना लगाने की मंजूरी दी गई। यह सोंचकर लोगों ने कारखाना को लगने दिया और जमीन दी कि कंपनी लगने से यहां विस्थापितों को नियोजन (नौकरी) मिलेगी, यहाँ के लोगों को कंपनी के सीएसआर के तहत क्षेत्र का विकास होगा। बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे मुलभुत जरूरतें पूर्ण होंगी।
कोरोना काल मे 260 करोड़ की कमाई
कहा कि इस कोरोना काल में बीते साल में 260 करोड़ रुपए सालाना कमाई हुई परंतु जब कोरोनाकाल में जब कोल इंडिया, डीवीसी, टाटा जैसी कंपनिया कोरोना प्रभावितों और मृतकों को सामुदायिक मदद के लिए आगे आई मुआवजा दिया, नियोजन दी तो वहीं ओरिका कंपनी खामोश बनी रही। वह अपने 5 मृत कर्मचारियों के परिजनों तक को देखने व पूछने तक नहीं गई।
ओरिका के उत्पाद का नक्सल गतिविधियों में होता है इस्तेमाल
बेरमो विधायक ने कहा कि ओरिका कंपनी का मालिक आस्ट्रेलिया में बैठकर यहाँ के मजदूरों का शोषण कर रही है और मुनाफा कमा रही है। इन सबसे की ओरिका का उत्पाद नक्सल गतिविधियों में प्रयोग में लाया जाता है और आए दिन पुलिस प्रशासन द्वारा बरामद किया जाता रहा है बावजूद इसके ओरिका के जीएम राकेश कुमार खुद को हिटलर से कम नहीं समझता है। जो निश्चित रूप से जांच का विषय है।
8 अक्टूबर को पुनः अनिश्चित कालीन धरना की चेतावनी
कहा कि यह धरना यहीं समाप्त नहीं होगा अगर ओरिका प्रबंधन वार्ता नहीं करती हमारी 16 सूत्री मांगों को नहीं माना जाता तो आगामी 8 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा। कहा कि यहाँ के मजदूरों का जबरन वीआरएस और अकारण बैठा दिया जाता है, शोषण करने के लिए पुलिस और पदाधिकारियों का डर दिखाया जाता है। उन्होंने ओरिका के जीएम राकेश कुमार को कड़ी चेतवानी देते हुए कहा कि आप अन्य मजदुर संगठनों के नेताओं के तरह हमें खरीद नहीं सकते हम ओरिका कंपनी से लड़ना भी जानते हैं और ऐसी कंपनियों को यहाँ से भागना भी जाने हैं। उन्होंने अपने मांगों को लेकर कंपनी के खिलाफ एकजुट होने कि बात कही।
भाजपा और आजसू को भी लताड़ा
बेरमो विधायक ने भाजपा और आजसू को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा शासनकाल में कंपनी लगातार मजदूरों का शोषण करती रही अब जाकर हेमंत सोरेन की सरकार गरीब गुरबों की सरकार आई है। इस सरकार में किसी की भी तानाशाही नहीं चलेगी। भाजपा और आजसू ने मुझे विधानसभा और फुसरो नगर परिषद चुनाव में देखा है।
कंपनी खाली जमीन रैयत को करे वापस
कहा कि 2000 एकड़ जमीन इनके नाम से आवंटन है मगर केवल 20 एकड़ में कंपनी का प्लांट निर्मित है। हजारों एकड़ जमीन जिसका उपयोग नहीं है। सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि उस रैयत को वापस करे, हमारी अगली लड़ाई ऐसे ही विस्थापितों के लिए होगी। बताया कि इस ओरिका कंपनी कि मनमानी अब आगे नहीं चलने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी मांगें बिलकुल जायज हैं।
हमारी मांग है कंपनी द्वारा जबरन बैठाए गये 5 डीजी मजदूरों को पुनः नियोजन, 20 प्रतिशत बोनस, कोरोना काल मे मृत 5 कर्मचारियों के आश्रितों को मुआवजा व परिजन को नियोजन, सीएसआर से विकास, प्रोडक्शन इंसेंटिव, महंगाई भत्ता, यूनिफॉर्म धुलाई की पूर्व व्यवस्था, आर्डियर अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था, नियोजन में स्थानीय को प्राथमिकता, पेंशन की पूर्व व्यवस्था को बंद कर नई व्यवस्था के तहत पेंशन देने की मांग है।
बेरमो एसडीएम और एसडीपीओ के पहल पर हुई वार्ता
बेरमो एसडीएम अनंत कुमार और बेरमो एसडीपीओ सतीश चंद्र झा के पहल पर धरने पर बैठे बेरमो विधायक कुमार जयमंगल सिंह व गोमिया के पूर्व विधायक के पहल पर ओरिका कंपनी के प्रबंधन से वार्ता हुई। वार्ता कर निकले कुमार जयमंगल व योगेंद्र प्रसाद ने संयुक्त रूप से बताया कि वार्ता सफल रही है अब कंपनी के कथनी और करनी में क्या फर्क है यह देखने वाली बात है। बताया कि कंपनी सभी 16 सूत्री मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है। बताया कि कंपनी को 7 अक्टूबर तक का समय दिया गया है अगर इस समय तक मांगों को नहीं माना जाता है तो इंटक मजदुर यूनियन पुन: 8 अक्टूबर को अनिश्चितकालीन हड़ताल व प्रदर्शन करेगी।
इंटक व महागठबंधन से संबंधित दलों, यूनियनों, संगठनों का मिला समर्थन
धरना प्रदर्शन और ओरिका कंपनी के घेराव कार्यक्रम में इंटक से संबद्ध मोटर यूनियन, झामुमो, कांग्रेस कार्यकर्ताओं क्रमशः युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस, राजद आदि कई संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम में शिरकत कर आयोजन को सफल बनाया।
इसीप्रकार कार्यक्रम का सफल संचालन कांग्रेस के बेरमो प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद सिंह एवं गोमिया प्रखंड कार्यकारी अध्यक्ष पंकज पांडेय उर्फ टिल्लू पांडेय ने की।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बेरमो एसडीएम अनंत कुमार, एसडीपीओ सतीश चंद्र झा, गोमिया सर्किल इंस्पेक्टर मनोज गुप्ता, गोमिया बीडीओ कपिल कुमार, सीओ संदीप अनुराग टोपनो, पशुपालन पदाधिकारी डॉ. सुरेश प्रसाद, बोकारो थर्मल इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी रवींद्र कुमार सिंह, गोमिया थाना प्रभारी आशीष खाखा, आईईएल थाना के प्रभारी थाना प्रभारी सुरदीप महतो आदि उपस्थित थे।