गोमिया। गोमिया प्रखंड के चुट्टे पंचायत के खरना हरिजन टोला के पलायित मृतक मजदूर मोनू तुरी (25) का शव शुक्रवार को उनका पैतृक गांव हरिजन टोला पहुंचा। शव पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया, मृतक की पत्नी किरण देवी शव को देखते हीं बेहोश हो गई। गांव के सैकड़ों लोगों का हुजूम मृतक के एक झलक पाने व पीड़ित परिवार को ढाढ़स बांधने उसके घर उमड़ पड़ा। मृतक के बड़े भाई सोहन तुरी उर्फ सन्नू ने बताया कि मोनू मुंबई में मछली पकड़ने की एक निजी कंपनी में कार्यरत था। कंपनी के मालिक ने मुआवजे के रूप में कुछ नहीं दिया, संबंधित वोट के इंश्योरेंस क्लेम की राशि डेढ़ से दो लाख सशर्त मृतक की पत्नी व बच्चों के वहां पहुंचने पर देने का आश्वासन दिया है। परिवार के पालन-पोषण का सारा भार मृतक पर ही था। बताया कि अब उनके समक्ष भरण पोषण का विकट संकट खड़ा हो गया हैं। बता दें कि मंगलवार रात फोन पर परिजनों को सूचना मिली थी कि मोनू तुरी की कार्य के दौरान उनकी डूबने मौत हो गई थी।
मृतक की माता पड़ैया देवी, बेटी कोमल कुमारी (6), संजना कुमारी (04) व पुत्र सत्यम कुमार (02) का रो-रो बुरा हाल है।
पीड़ित परिवार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सरकार से उचित मुआवजे की मांग की है। मृतक के शव का दाह संस्कार गांव में बने श्मशान घाट पर किया गया।
मौके पर चुट्टे के पंसस राजू प्रसाद, मुखिया प्रतिनिधि उपेंद्र महतो, नरेश तुरी, गिरधारी महतो आदि उपस्थित थे।