गोमिया। सीआरपीएफ और जिला पुलिस जवानों को 15 अगस्त को चतरोचट्टी थाना क्षेत्र के झुमरा पहाड़ की तलहट्टी स्थित चुट्टे पंचायत के खरना जंगल में सर्च ऑपरेशन के दौरान बड़ी कामयाबी हाथ लगी है।
बेरमो एसडीपीओ सतीश चंद्र झा ने बताया कि उक्त अतिसंवेदनशील क्षेत्र में शहीदी सप्ताह के बाद अगस्त में मिथिलेश सहित कई अन्य नक्सली दस्ते की गतिविधियों में इजाफा हुई थी। जिसे लेकर 15 अगस्त को संदिग्ध अतिसंवेदनशील क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। जिसकी अगवानी सीआरपीएफ 26वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट मुन्ना लाल ने की। बताया कि अभियान के दौरान सुरक्षा बलों को भाकपा माओवादियों के द्वारा एक आईईडी बम सफेद रंग के बोरे में जंगल क्षेत्र मे छुपाकर रखी गई थी जिसकी बरामदगी हुई है, और सीआरपीएफ के बम निरोधक दस्ते के द्वारा डिफ्यूज किया गया है। बताया कि माओवादी इसे पुलिस बल को नुकसान पहुंचाने के लिए उक्त जगह छुपाकर रखे थे।
सर्च ऑपरेशन सीआरपीएफ ई कंपनी के सहायक कमांडेंट मुन्ना लाल, चतरोचट्टी एसआई अमित सिंह सदलबल सीआरपीएफ के जवानों के साथ संयुक्त रूप से चलाया जा रहा था।
बता दें कि इस घटना से पूर्व 26 जनवरी को भी सुरक्षा बलों को मिली बड़ी कामयाबी मिली थी, सर्च ऑपरेशन के दौरान सीआरपीएफ और जिला पुलिस जवानों को चतरोचट्टी थाना क्षेत्र के झुमरा पहाड़ स्थित मुरपा के जंगल में सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों के द्वारा दैनिक उपयोग के लाई जाने वाली वस्तुएं हाथ लगी थी। उस वक्त वीरसेन सहित अन्य
26 जनवरी को बरामदगी में मुख्य रूप से
1 जोड़ा काली वर्दी, 1 काला बेल्ट, 4 स्टील जग, 6 पानी गेलन, 1 मेट, 1 पिठ्ठू, 1 कैंची, 2 चाकू, 10 पैकेट सत्तू, 5 पैकेट बिस्कुट, ठंढ से बचने के लिए 2 साल, 2 थर्मल इनर, 3 कंबल, 1 रेडियो, 1 मोबाइल चार्जर, 2 छाता, 3 प्लास्टिक की चटाई, 1 जोड़ा जूता, 1 जोड़ा चप्पल (सैंडल पुरूष), एक राइफल लटकाने का सीलिंग, 1 स्टील का कटोरा, 10 पीस थैला, 1 जोड़ा मौजा, 1 लुंगी, 3 सिर्फ एक्सल, 3 लाइफबॉय साबुन एवं 1 नायसिल पाउडर शामिल थे।