गोमिया। ललपनिया स्थित टी.टी.पी.एस प्लांट से चोरी गया सनोस्फेयर बरामदगी मामले में 10 दिन बाद ललपनिया ओपी में मामला दर्ज किया गया है।
बता दें कि बीते 19 दिसंबर को दुधमटिया टोला से सटे मुरपा जंगल से ललपनिया पुलिस की ने कार्रवाई में 6 टन सनोस्फेयर बरामद किया गया था।
सनोस्फेयर का बहुत बड़ा है कारोबार
सूत्रों से मिली प्राथमिक जानकारी के अनुसार टीटीपीएस प्लांट से निकलने वाले छाई के साथ निकलने वाले तरल पदार्थ जो पानी के ऊपर तैरता हुआ पाया जाता है। सनोस्फेयर कहा जाता है। बताया कि उसको तो पहले दिहाड़ी मजदूर छानते हैं और छाई (सनोस्फेयर) माफिया मजदूरों से 10 रुपये प्रति किलोग्राम के दर से उसे खरीद लेते हैं। बताया यह हल्का पदार्थ किसी भी टरबाइन अथवा उससे संबंधित अन्य उपकरणों को बहुत देर गर्म नहीं होने देता है, और पानी में आसानी से तैरता रहता है जिस कारण इसका उपयोग कई तरह से वैध अवैध कार्यों में किया जाता है। बताया कि ऑनलाइन इसका दर नागपुर में 65 रुपए किलो खरीदा जाता है। जिसका माफिया भरपूर फायदा उठाते हैं। वहीं सरकारी राजस्व की भारी क्षति होती है।
कंपनी में नहीं होता इसका टेंडर
सनोस्फेयर माफियाओं के फलने फूलने का एक कारण यह भी बताया गया कि भारत सरकार के डीवीसी जैसी कंपनियां इस तरह के मामले में टेंडर प्रक्रिया जारी कर करोड़ों का राजस्व प्राप्त करती है। जबकि टीटीपीएस में उक्त प्रक्रिया न होने के कारण सनोस्फेयर माफियाओं की चांदी और सरकार को राजस्व क्षति का सामना करना पड़ता है।
बहरहाल मामले में ललपनिया पुलिस द्वारा ललपनिया, तिलैया, लावालौंग, दुधमटिया के 5 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है। जिसमें कहा गया है कि उक्त सभी के मदद से सनोस्फेयर वहां तक लाया गया था। मामले में भादवि की धारा 379/411/34 दर्ज किया गया है।