गोमिया। यूं तो सरकार की मनरेगा योजना में आए दिन कहीं ना कहीं से जेसीबी या बुलडोजर चलाने की बात आम हो जाती है, परंतु भ्रष्टाचारियों द्वारा उनके छाप को भी बड़ी संजीदगी से मिटा दिया जाता है। इस बार मामला गोमिया प्रखंड के बारीडारी पंचायत के चगड़ी का है जहां पहले तो संबंधित पंचायत के मनरेगा जिम्मेदारों ने मिलकर इस्तेमाक अंसारी के जमीन पर निर्माणाधीन डोभा में जेसीबी चलाया है। ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए बताया कि घटना को जेसीबी से निर्माणाधीन डोभा को अंतिम रूप दिया गया और उसकी छाप को भी मिटाने की असफल कोशिश की गई।
बता दें कि सरकार की मनरेगा योजना कोविड के दौरान घर लौटे मजदूरों और जॉब कार्डधारकों को समर्पित किया गया है, परंतु गोमिया में मनरेगा योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती जा रही है। उन्होंने इस संदर्भ में उच्चाधिकारियों से कार्रवाई की मांग की है।
इस संबंध में गोमिया बीडीओ कपिल कुमार ने कहा है कि जेसीबी से काम नहीं कराने की कड़ी हिदायत दी गई है। शिकायत मिली थी कि इस्माक अंसारी के जमीन में बन रहे डोभा में जेसीबी का इस्तेमाल किया गया है, जांच टीम में सत्यता पाए जाने और निर्माण स्थल में जेसीबी के निशान पाए जाने के आधार पर संबंधित पंचायत के पंचायत सेवक श्यामलाल शर्मा के द्वारा लिखित आवेदन के आधार पर महुआटांड़ थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।