गढ़वा : 31 जुलाई 2024 को सुर सम्राट मोहम्मद रफी साहब की 44वीं पुण्यतिथि के अवसर पर सारेगामा म्यूज़िकल कारवां एवम् सारेगामा रिकॉर्डिंग स्टूडियो के तत्वाधान में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन सोनपुरवा स्थित आवास पर किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मो. रफी साहब के फोटो पर समाजसेवी सह राजद प्रदेश महासचिव पंकज कुमार चौबे, आयोजनकर्ता संस्था के निदेशक सह गायक उमेश विश्वकर्मा, संस्था के ऑर्गेनाइजर सह उद्घोषक अरुण कुमार पांडेय, भारतीय समाज पार्टी के नेता याकुब इकबाल, प्रभा विश्वकर्मा, राधा रावत द्वारा संयुक्त रूप से की गई।
गीतों भरी इस कार्यक्रम में याकुब इकबाल ने एकल गीत "दिल का सुना साज तराना ढूंढेगा" और "जाने हम सड़क के लोगों से महलों वाले क्यूं जलते हैं" प्रस्तुत किए।
तत्पश्चात पंकज कुमार चौबे ने "क्या हुआ तेरा वादा" और "मुझे तेरी मुहब्बत का सहारा मिल गया होता" गाकर सबका मन मोह लिया। उमेश विश्वकर्मा ने "सौ बार जनम लेंगे सौ बार फना होंगे" और "तुझको पुकारे मेरा प्यार" प्रस्तुत किया।
विजय प्रताप देव ने "पत्थर के सनम तुझे हमने मोहब्बत का खुदा जाना" और "कितना प्यारा वादा है इन मतवाली आंखों की" गाया। अरुण कुमार पांडेय ने "दूर रहकर न करो बात करीब आ जाओ" प्रस्तुत किया और फिर प्रभा विश्वकर्मा के साथ "लागी छूटे ना अब तो सनम चाहे जाए जिया तेरी कसम" गाया। उमेश विश्वकर्मा और प्रभा विश्वकर्मा ने युगल गीत "ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं हम क्या करें" और "कैसे कोई जानें भला जीवन की ताबीर" गाकर सबका मन जीत लिया।
अरुण कुमार पांडेय और प्रभा विश्वकर्मा ने युगल गीत "एक तेरा साथ हमको दो जहां से प्यारा है" और "जनम जनम का साथ है तुम्हारा हमारा" प्रस्तुत किया। विजय प्रताप देव ने "मस्त बहारों का मैं आशिक" और याकुब इकबाल ने "तू इस तरह से मेरी जिंदगी में शामिल है" गाकर समां बांध दिया।
इस कार्यक्रम में गढ़वा के मशहूर समाजसेवी सह निशुल्क कपड़ा बैंक के प्रोपराइटर शौकत खान जी, शशि आर्ट सह फ्लैक्स बोर्ड के शशिकांत शर्मा, गढ़वा के मशहूर गायक कलाकार बसंत कुमार रवि, राधा रावत, सात्विक, लौकिक, मौलिक, आदित्य, रेयाद आदि उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर मोहम्मद रफी साहब को सुरमयी श्रद्धांजलि अर्पित की।